कबूलनामा: दरिंदगी की रूह कंपाने वाली दास्तां...नाखूनों से नोंचा, डंडा से मारा, दलित युवती से 1 घंटे हैवानियत
punjabkesari.in Tuesday, Feb 04, 2025 - 12:53 PM (IST)
अयोध्या: यूपी के अयोध्या जिले में दलित बेटी से रेप और हत्या के मामले में सोमवार को पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपियों ने अपने गुनाह को भी कबूल कर लिया है। अब पूछताछ में आरोपियों ने दरिंदगी की ऐसी दास्तां बताया है जिसे सुनने के बाद से रूह कांप जाएगी। मुख्य आरोपी दिग्विजय सिंह ने आरोप स्वीकार करते हुए बताया कि हम लोगों ने दौड़ाकर खेत में उसे दबोचा। दुपट्टा मुंह में ठूंस दिया, लेकिन लगातार विरोध करती रही। गुस्से में उसके सिर पर डंडे मारे। हमें पता ही नहीं चला कब मर गई।
मुख्य आरोपी दिग्विजय सिंह से पूछ ताछ की तो वह अपना जूर्म कबूल करते हुए कहा कि हम खेत के किनारे बैठकर शराब पी रहे थे। तभी अचानक से सूनी सड़क पर एक लड़की गुजर रही थी, ध्यान से देखा तो याद आया कि उसके भाई से हमारी लड़ाई हुई थी, इसके भाई ने मुझे पीटा था। उसी का बदला लेने के लिए उसे वही पर दबोच लिया। वह चीखने चिल्लाने लगी तो मैं उसके मुंह में कपड़ा ठूस दिया। लेकिन वह विरोध करती रही। हमने नशे में उसे बेहरमी से पीटा। सिर पर डंडे मारे। उसके शरीर से खून निकल रहा था। काफी देर बाद हमें समझ आया कि वह मर चुकी है। उसके साथ करीब एक घंटे तक हैवानियत की। उस दिन पूरे गांव में लाउडस्पीकर लगे थे। कथा सुनाई जा रही थी, इसलिए किसी को कुछ पता नहीं चला। लड़की की मौत होने के बाद हम लोग घबरा गए। विजय साहू और हरीराम कोरी को डर था कि कोई रास्ते पर हमें देख लेगा। इसलिए लड़की की लाश को खींचते हुए हम लोग टेक्निकल डिग्री कॉलेज की तरफ लेकर चले। कॉलेज खाली ही रहता है, उसके टॉयलेट में घसीटते हुए पहुंचे। इस दौरान कई बार हम लोग गिरे। लाश को कॉलेज के बाहर बने टॉयलेट में रखा गया। मगर विजय और हरिराम घबरा गए। बोले- इस तरह तो पकड़े जाएंगे, टॉयलेट से बाहर आकर देखा पूरा सन्नाटा था। अंधेरा था… दूर-दूर तक किसी के होने का आभास नहीं हो रहा था। इसके बाद लड़की की बॉडी को हमने सूखी नहर में फेंकने के बारे में सोचा। उसके हाथ-पैर पकड़कर हम लोग खेतों के रास्ते सूखी नहर की तरफ चल पड़े। यह नहर गांव के बिल्कुल बाहर थी। कॉलेज से 200 मीटर ही दूर। रास्ते में जाने कितनी बार हम लोग गिर भी पड़े, क्योंकि अंधेरे में खेत के गड्ढे नहीं दिख रहे थे। लाश को फिर उठाते, फिर चल पड़ते। किसी तरह हम लोग सूखी नहर तक पहुंचे। वहां लाश के हाथ-पैर पेड़ की लताओं से बांध दिए।
22 साल की युवती का शव शनिवार को मिला, और यह बेहद हैरान करने वाली स्थिति में था। उसका शव निर्वस्त्र अवस्था में था, और उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। हत्या के बाद उसकी आंखें निकाल ली गई थीं और उसके शरीर पर कई गंभीर जख्म पाए गए थे। ऐसा माना जा रहा है कि युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई।
घर से धार्मिक आयोजन के लिए निकली थी युवती
पुलिस के अनुसार, युवती गुरुवार रात 10 बजे किसी धार्मिक आयोजन में जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। परिजनों ने उसकी तलाश के लिए गांव में खोजबीन की, लेकिन जब उसका कुछ पता नहीं चला, तो उन्होंने शुक्रवार को अयोध्या थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
जानिए बेटी की हत्या पर क्या बोले परिजन?
मृतक युवती के परिजनों ने बताय़ा है कि उसकी आंखें निकाल ली गई थीं और उसके शरीर की कई हड्डियां भी टूटी हुई पाई गईं। उन्होंने युवती की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने का संदेह जताया। अयोध्या के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) आशुतोष तिवारी ने कहा कि गुमशुदगी की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की थी और अब सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर ली है ।