सपा प्रमुख की चुनाव आयोग पर टिप्पणी से बढ़ा विवाद; NDA ने कहा- 'अखिलेश यादव अपने बयानों के लिए माफी मांगे'
punjabkesari.in Friday, Feb 07, 2025 - 10:11 AM (IST)
Milkipur By Election: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया और कहा कि चुनाव आयोग ने शिकायत मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर बड़े पैमाने पर धांधली, बेईमानी हुई। चुनाव आयोग से पार्टी ने धांधली, फर्जी वोटिंग, बूथ एजेंटों को धमकी देने, बूथों से भगा देने की करीब 500 शिकायतें की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अखिलेश ने दावा किया कि भाजपा इसी तरह चुनाव लड़ती है। चुनाव आयोग मर चुका है और उन्हें उस पर डालने के लिए सफेद चादर लानी चाहिए थी। उनकी इस टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ गया है और NDA ने माफी मांगने की मांग की है।
'शिकायतों के बाद भी चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की'
अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा था कि ''चुनाव आयोग से पार्टी ने धांधली, फर्जी वोटिंग, बूथ एजेंटों को धमकी देने, बूथों से भगा देने की करीब 500 शिकायतें की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। चुनाव आयोग को जो काम करना चाहिए, वो नहीं कर रहा है। भाजपा सरकार ने जाति के आधार पर अधिकारी कर्मचारी और बीएलओ की पोस्टिंग की। अयोध्या के एएसपी को भाजपा के लोग लखनऊ से निर्देश दे रहे थे। भाजपा चुनाव में बेईमानी करती है। भारत लोकतांत्रिक देश है। जनता को वोट देने का अधिकार मिला हुआ है। चुनाव निष्पक्ष और भयमुक्त होना चाहिए, लेकिन भाजपा सरकार ने पुलिस प्रशासन के जरिए खुले आम धांधली की है। फर्जी वोट डलवाए। मतदाताओं को वोट डालने से रोकने के लिए धमकाया गया है। शिकायतों के बाद भी चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
''अखिलेश को माफी मांगनी चाहिए''
सपा सदस्य गुरुवार को लोकसभा में सफेद चादर लेकर पहुंचे, जिस पर 'चुनाव आयोग' लिखा हुआ था। एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने पलटवार कर कहा, ''जब उनकी पार्टी जीतती है, तो क्या यह उसी चुनाव आयोग की निष्पक्षता के कारण नहीं होता? सपा एक संवैधानिक पार्टी है और उसने उत्तर प्रदेश में लोकसभा में भी सफलता प्राप्त की है। जब वे अयोध्या में जीते, तो चुनाव आयोग ठीक था। अब, जब वे कटहरी या मिल्कीपुर में हार रहे हैं, तो वे धोखाधड़ी का आरोप लगा रहे हैं। यह निंदनीय है और अखिलेश यादव को अपने बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए''। वहीं, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने कहा, ''जिस चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की निगरानी की थी, उसी चुनाव आयोग के तहत आप सदन में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी कैसे बन गए। लेकिन अब जब मिल्कीपुर आप हार रहे हैं, तो आप बहाने बना रहे हैं। यह गलत है।''