Covid-19: स्वास्थय विभाग की उदासीनता से फल फूल रहे अवैध नर्सिंग होम

punjabkesari.in Thursday, Jul 30, 2020 - 09:26 AM (IST)

रायबरेली: एक ओर जहां केन्द्र व राज्य सरकार  कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को लेकर चिन्तित हैं वही स्वास्थ विभाग की उदासीनता के चलते शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक कुकुरमुत्तों की तरह अनेकों अवैध नर्सिंग होम संचालित हो चुके है। इन नर्सिंग होमो में मरीजों के ऑपरेशन भी होते हैं। वहीं पीपीई किट न होने के बाद भी मरीजों यहां भर्ती कर लिया जाता है।

वहीं सवाल यह भी उठता है कि लाइसेन्स का पता नहीं, मानकों की परवाह किये बगैर ऐसे नर्सिंग होमो का संचालित होना स्वास्थ विभाग की संलिप्तता बयां कर रहा है। योगी सरकार मे सख्ती के बाद भी आखिर इन नर्सिंग होमो को संचालित कराने का जिम्मेदार कौन हैं! 

13 नये पॉजिटिव केस से फिर हड़कम्प
 जिले में कोरोना मरीजो की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है आज के बुलेटिन में 8 व 5 कुल 13 नए पॉजिटिव मरीजों में बढ़ोतरी हुई। जो सीएमओ ऑफिस कार्यालय के बताए गए। अब जिले में एक्टिव के 207 पहुंच गये वही 298 केस रिकवर्ड के बाद कुल केस 519 हो चुके है। वही मौत के आंकड़े बढ़कर 15 हो चुके है। लगभग दो दर्जन से ज्यादा कंटेंमेंट जोन घोषित है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।

खीरों क्षेत्र बन गया अवैध नर्सिगहोमों का हब...
जनपद क्षेत्र का खीरों क्षेत्र इस समय नर्सिगहोम का हब बन गया, क्षेत्र के नर्सिगहोम इस कोरोना काल मे चमचमा रहे है, भीड़भाड़ तो इतनी कि जो लखनऊ में इलाज नहीं होगा वह यहां भर्ती कर लिया जायेगा। जबकि न इनके पास पीपी किट है अन्य जरूरी जांच के संसाधन। इन नर्सिंग होमो मे जिला अस्पताल व लखनऊ से वापस आने वाले मरीजो का आपरेशन तक कर दिया जाता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

झोलाछाप के इलाज से वृद्ध गंभीर

 

गांव बहेरवा निवासी मो यूनुश 62वर्ष के सांस फूलने पर बहेरवा स्थिति झोलाछाप चिकित्सक के यहां उपचार करवा लिया। जिसके बाद वहां सुई व दवा खाने के बाद मरीज की हालत दयनीय हो गया।जिसमे वृद्धि मरणासन्न होने पर उसको परिजनो के द्वारा सीएचसी मे बुधवार के दिन दोपहर के बाद भर्ती करवाया गया जहां पर भी हालत मे सुधार न होने पर प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। 

 

 

 


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Author

Moulshree Tripathi

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