अस्पताल की बड़ी लापरवाही! बुखार और डायरिया से पीड़ित महिला का कंपाउंडर कर रहा था इलाज, महिला की इलाज के दौरान मौत

punjabkesari.in Sunday, Oct 20, 2024 - 06:36 PM (IST)

महोबा (अमित श्रोती): उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां पर शहर के एंजिल डेंटल हॉस्पिटल में इलाज में लापरवाही के चलते नवविवाहिता की मौत हो गई। आरोप है कि दांतों का अस्पताल होने के बावजूद गंभीर बीमारियों बुखार और डायरिया के मरीजों का इलाज़ किया जा रहा था। जहां इलाज के दौरान महिला की स्थिति बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतिका के परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद प्राइवेट अस्पताल कर्मचारियों ने महिला की मौत की जांच से बचने के लिए अन्य भर्ती मरीजों को जबरन अस्पताल से बाहर निकाल दिया। मृतका के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।

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कंपाउंडर  कर रहा था महिला का इलाज
आप को बता दें कि मामला महोबा मुख्यालय के कानपुर सागर हाइवे स्थित एंजिल डेंटल हॉस्पिटल का है। जहां बुखार से पीड़ित शेखनपुरा निवासी 23 वर्षीय ज्योति को 19 अक्टूबर को भर्ती कराया गया था। बताया जाता है कि इलाज के दौरान ज्योति की हालत बिगड़ रही थी लेकिन हॉस्पिटल के कर्मचारी परिजनों को बेहतर इलाज होने का आश्वासन देते रहे और आज ज्योति का पूरा शरीर ठंडा होकर अकड़ गया तो परिजनों ने डाक्टरों को बुलाया तो पता चला कि अस्पताल में कल से डॉक्टर ही नहीं है और कंपाउंडर के जरिए उसका इलाज चल रहा था। जिसपर परिजनों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। हंगामा होने पर नर्सिंग होम के कर्मचारियों ने इस घटना की सूचना पर जब डॉक्टर महिला मरीज़ को देखने पहुंचा तब तक महिला की मौत हो चुकी थीं । घटना से आक्रोशित मृतका के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल में डॉक्टर न होने के बावजूद कंपाउंडरों से इलाज कराया जाता रहा हमें एक बार भी नहीं बताया गया कि महिला की हालत बहुत गंभीर है इसी लापरवाही के चलते उसकी असमय मौत हो गई ।

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महिला की मौत पर बोले परिजन
 23 वर्षीय नवविवाहिता की असमय मौत से परिजनों में आक्रोश है। परिवार के लोगों ने कहा कि वह शादी के बाद पहला करवा चौथ का व्रत भी नहीं रखपाई और उसकी मौत हो गई। घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। वही घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया है। इस बीच एंजिल हॉस्पिटल के डॉक्टर व कर्मचारियों ने मामले को बिगड़ता देख और जांच से बचने के लिए हॉस्पिटल में भर्ती सभी मरीजों को निकाल दिया। जिले के सूपा गांव निवासी रंजीत ने बताया कि वह अपने बड़े भाई को पेट दर्द होने पर एंजल हॉस्पिटल लाया था जहां आज एक महिला की मौत के बाद अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों ने उसे जबरन बाहर कर दिया अब वह अपने भाई को एंबुलेंस की मदद से झांसी ले जा रहा है।

सीओ सिटी दीपक दुबे ने कार्रवाई का दिया भरोसा
एंजिल हॉस्पिटल में महिला की मौत के बाद हुए हंगामे की सूचना पर सीओ सिटी दीपक दुबे कोतवाली पुलिस के साथ मौके पहुंच गए। जहां मृतका के परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन एंजिल हॉस्पिटल सहित डॉक्टर और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। सीओ सिटी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए परिजनों को कार्यवाही का भरोसा दिलाया इसके बाद डॉक्टर की गाड़ी से ही मृतका के शव को जिला अस्पताल के मोर्चरी हाउस में रखवा दिया गया।

धड़ल्ले से खुल रहे हैं नर्सिंग होम और पैथोलॉजी सेंटर
स्वास्थ्य विभाग की लचर कार्यप्रणाली के चलते महोबा जिले में प्राइवेट नर्सिंग होम और अवैध पैथोलॉजी सेंटर गली गली खुल गए है। मानक की अनदेखी के चलते चल रहे इन प्राइवेट अस्पताल और पैथोलॉजी में मरीजों की जिंदगी के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। जानकार भी अनजान बने जिम्मेदार कोई भी कार्रवाई करने से बच रहे हैं जिससे कई सवाल भी खड़े होते हैं। अब देखना होगा कि क्या अस्पताल पर कोई कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग करता है या फिर जांच के नाम पर लीपापोती कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देता है। 


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Content Writer

Ramkesh

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