देवरिया में निकली ऐसी बारात कि हर कोई रह गया हैरान—दिहाड़ी दूल्हे के लिए दोस्तों ने किया कुछ ऐसा, जिसने पूरे इलाके में मचाया धमाल!

punjabkesari.in Tuesday, Dec 02, 2025 - 12:20 PM (IST)

Deoria News: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक ऐसी बारात देखने को मिली, जिसने हर किसी का दिल जीत लिया। जहां दिहाड़ी मजदूर दूल्हे की मदद के लिए दोस्तों ने आगे आकर 30 ई-रिक्शों में पूरी बारात निकालकर अनोखी मिसाल पेश की। आज के समय में जहां शादी-ब्याह में लग्जरी कारों पर लाखों रुपए खर्च कर दिए जाते हैं, वहीं यह बारात सादगी और इंसानियत का सुंदर उदाहरण बन गई।

दोस्तों ने बढ़ाया हाथ, खुद किया ई-रिक्शों का इंतजाम
दुर्गेश प्रसाद, जो दिहाड़ी मजदूरी करके अपना घर चलाते हैं, उनकी शादी डुमरिया लाला गांव की शिल्पी से तय थी। शादी की अधिकांश तैयारियां उन्होंने अपनी क्षमता के अनुसार कर ली थीं, लेकिन बारातियों के लिए गाड़ियों का इंतजाम उनके बस की बात नहीं थी। यह बात जब दोस्तों को पता चली, तो उन्होंने खुद 30 ई-रिक्शे का इंतजाम कर लिया और पूरी बारात को ई-रिक्शों में बैठाकर रवाना किया।

100 से ज्यादा बाराती ई-रिक्शा में निकले – बना आकर्षण
दुर्गेश की बारात में 100 से अधिक लोग शामिल थे। जब सभी लोग 30 ई-रिक्शा में बैठकर दुल्हन के गांव के लिए निकले, तो यह नजारा लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया। रास्ते भर लोग इस अनोखी बारात को देखकर खुश हुए और वीडियो बनाने लगे। जिस भी व्यक्ति ने यह दृश्य देखा, वह इस सादगी भरी और अनोखी बारात की तारीफ करता रह गया।

दुल्हन पक्ष ने किया गर्मजोशी से स्वागत
जब बारात दुल्हन शिल्पी के दरवाजे पर पहुंची, तो लड़की पक्ष ने पूरे उत्साह के साथ बारातियों का स्वागत किया। इसके बाद द्वारपूजा, जयमाल और सभी शादी की रस्में खुशी-खुशी पूरी की गईं। अगली सुबह सादगी में निकली यह खास बारात हंसी-खुशी विदा भी हुई।

सादा जीवन, बड़ी मिसाल
देवरिया की यह 30 ई-रिक्शों वाली बारात दिखाती है कि शादी की खुशी दिखावे में नहीं, बल्कि मिल-जुलकर निभाए गए रिश्तों और दोस्ती के साथ में होती है। यह कहानी आज के समाज के लिए एक शानदार संदेश देती है— 'शादी में महंगी कारें नहीं, दिलों का जुड़ना जरूरी है।'
 


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Content Editor

Anil Kapoor

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