मां बेटी को जेल भेजने के मामले में डीएम दी सफाई, कहा- दोनो की जीवन रक्षा के लिए प्राशासन ने उठाया था कदम, जेल भेजने की खबर झूठी

punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2024 - 01:18 PM (IST)

मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में समाधान दिवस में भूमि सम्बंधित शिकायत करने आई विधवा महिला और उसके बेटी को जेल भेजने की खबरों का जिला अधिकारी ने खंडन किया है। उन्होंने कहा कि महिला और बेटी आई थी उनकी समस्या की सुनवाई की गई उसके लिए टीम का भी गठन किया गया, लेकिन महिला के बेटी ने उस समय आवेश में आकर सुसाइड की धमकी देने लगी। बार- बार उसे समझाया गया लेकिन महिला की बेटी काफी आवेश में आ गई, जिस वजह से उसकी जीवन रक्षा के लिए उसे पुलिस की निगरानी में भेजा गया। जब उसका गुस्सा शांत हो गया तो उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। जिला अधिकारी ने बताया कि जब कोई भी इस तरह की धमकी देगा तो प्रशासन जो भी जरूरी कदम होगा उसे उठाएगा। उसकी समस्या का निराकरण हो रहा है। पैमाइश करा कर महिला उसकी जमीन दिलाई जाएगी।

जानिए क्या है मामला
दरअसल,  किशनी तहसील पर होने वाले समाधान दिवस में जिलाधिकारी से भूमि सम्बंधित शिकायत करने आई महिला और उसकी बेटी को जिलाधिकारी का आदेश मिलते ही तहसील पहुंची महिला पुलिस ने तत्काल एक महिला और एक उसकी अविवाहित युवती को समाधान दिवस के आयोजन के समय अपनी हिरासत में ले लिया और थाने लाने के बाद उन पर कार्रवाई करके जेल भेज दिया गया।

जिलाधिकारी द्वारा की गई जिले में चर्चा का बनी विषय
मामला किशनी थाना क्षेत्र में स्थित तहसील परिसर में चल रहे संपूर्ण समाधान दिवस से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। समाधान दिवस में शिकायतें सुनने के लिए जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह समाधान दिवस पर लोगों की शिकायत सुनने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान एक महिला राधा देवी (55)पत्नी स्वर्गीय अशोक कुमार,दिव्या पुत्री स्वर्गीय अशोक कुमार (22) बहरामऊ थाना बेवर अपने किसी खेत के पर अवैध कब्जे की शिकायत करने के लिए संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंची थी। जिन्होंने जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया था वह तहसील क्षेत्र के गांव बहरामऊ निवासी है उसके गांव में खेत गाटा संख्या 115/1.505 हेक्टर उनके नाम से दर्ज है।उसने अपने खेत की मेड बंदी कराई थी।जिसमें विपक्षी सुनील अनिल, सुभाष, काशीराम, राकेश,विवेक पुत्रगण हरबक्श के गाटा संख्या 108 में उनका रकवा निकला था।जिस पर राजस्व विभाग के द्वारा उक्त सभी लोगों ने हदबंदी को न मानते हुए लेखपाल से मिलकर बिना किसी आदेश के पैमाइश करा कर उसकी निशानदेही की जगह पर दोबारा कब्जा कर लिया जिसकी शिकायत वह कई अधिकारियों से कर चुकी है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं होती। वह जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर राजस्व विभाग से दोबारा हदबंदी कराने की गुहार लगाने के लिए आई थी।

DM से समाधान दौरान की हुई दौरान हुई बहस
बताया जा रहा है कि समाधान के दौरान जिलाधिकारी और फरियादी की बहस हो गई। इस दौरान जिला अधिकारी ने अंजनी कुमार सिंह को गुस्सा आ गया उन्होंने अपना पावर और रुतबा दिखाते हुए विधवा महिला और उसकी बेटी को तत्काल हिरासत में लेने का फरमान सुना दिया। तत्काल ही किशनी थाना पुलिस से महिला पुलिस को बुलाया गया उन्होंने महिला को अपनी हिरासत में ले लिया। इसके बाद समाधान दिवस से महिलाओं को थाने ले जाकर उनके ऊपर शांति भंग की धाराओं में कार्यवाही करके जेल भेज दिया गया। हालांकि जिले की कमान संभाले जिले के राजा द्वारा दी गयी सजा के आगे उनको उपजिलाधिकारी किशनी की अदालत में जमानत दी गई। फिलहाल घटना वीडियो वायरल होते ही जिला अधिकारी ने बयान जारी किया है। खबरों को निराधार बताया है। 


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Content Writer

Ramkesh

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