Jyeshtha Amavasya: कल करें ये काम, बना रहेगा Good luck और बरसेंगी ढेरों खुशियां
punjabkesari.in Thursday, May 18, 2023 - 09:28 AM (IST)

Amavasya 2023: मई दिन शुक्रवार को ज्येष्ठ अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। शास्त्रों में सभी अमावस्याओं में ज्येष्ठ अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर जप-तप व दान आदि धार्मिक कार्य किए जाते हैं। ज्येष्ठ अमावस्या पितरों की शांति के लिए पिंडदान, तर्पण और भोजन कराने के लिए शुभ माना गया है। इस दिन शनि जयंती और वट सावित्री का व्रत भी रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु, शनिदेव और बरगद के पेड़ की पूजा करने का विधान है। आइए जानते हैं ज्येष्ठ अमावस्या का महत्व, पूजा विधि और मुहूर्त
Shani Jayanti auspicious time शनि जयंती शुभ मुहूर्त
शनि जयंती - 19 मई 2023, शुक्रवार
अमावस्या तिथि प्रारंभ - मई 18, 2023 को रात 09 बजकर 42 मिनट से
अमावस्या तिथि समाप्त - मई 19, 2023 को रात 09 बजकर 22 मिनट तक
शनि जयंती पूजन विधि
शास्त्रों के अनुसार, शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है। इस दिन प्रात: काल उठकर स्नान आदि कर लें। शनिदेव की मूर्ति पर तेल, फूल माला और प्रसाद अर्पित करें। उनके चरणों में काले उड़द और तिल चढ़ाएं। इसके बाद तेल का दीपक जलाकर शनि चालीसा का पाठ करें। इस दिन व्रत करने से भी शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। शनि जयंती के दिन किसी निर्धन व्यक्ति को भोजन कराना बेहद शुभ फल देता है।
माना जाता है कि इस दिन दान आदि करने से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं। आमतौर पर लोगों में शनिदेव को लेकर डर देखा गया है। कई ऐसी धारणाएं बनी हुई हैं कि शनिदेव सिर्फ लोगों का बुरा करते हैं पर सत्य इससे बिल्कुल परे है। शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव व्यक्ति के कर्मों के अनुसार उसकी सजा तय करते हैं। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या मनुष्य के कर्मों के आधार पर ही उसे फल देती है।
ऐसे करें शनिदेव को प्रसन्न
शास्त्रों में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्र बताए गए हैं। इन मंत्रों के जाप से शनिदेव प्रसन्न भी होंगे और जीवन के संकट भी दूर होंगे। शनि जयंती की शाम को पश्चिम दिशा की ओर एक दीपक जलाएं इसके बाद "ऊं शं अभयहस्ताय नमः" का जप करें और कम से कम 11 माला "ऊँ शं शनैश्चराय नमः" का जप करें। इसके अलावा, " ऊं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम् छायामार्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम" मंत्र का जाप करने से भी शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है।