पिज्जा-बर्गर खाने से चिपक गईं आंतें... 11वीं की छात्रा की मौत... जानिए एम्स डॉक्टर की राय

punjabkesari.in Thursday, Dec 25, 2025 - 07:59 PM (IST)

अमरोहा: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से सामने आए 11वीं कक्षा की छात्रा की मौत के मामले ने जंक और फास्ट फूड को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। परिजनों के दावे के बाद लोगों में डर और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है कि क्या लगातार जंक फूड खाने से आंतें चिपक सकती हैं या फट सकती हैं।

आंतों के चिपकने से मौत की आशंका 
अमरोहा के अफगानान मोहल्ले में रहने वाले मंसूर खान की बेटी अहाना की तबीयत नवंबर महीने में अचानक बिगड़ गई थी। परिजनों के अनुसार अहाना को बचपन से ही घर का खाना पसंद नहीं था और वह अधिकतर मैगी, पास्ता, पिज्जा जैसे फास्ट और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करती थी। तबीयत बिगड़ने पर उसे पहले मुरादाबाद ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने आंतों के चिपकने और उनमें छेद होने की बात कही।

लोगों की बढ़ी चिंता 
इसके बाद छात्रा को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के बावजूद 21 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। इस घटना के सामने आने के बाद परिजनों ने जंक फूड को मौत की वजह बताया, जिससे सोशल मीडिया और आम लोगों के बीच चिंता बढ़ गई।

 डॉक्टर ने दावे को बताया भ्रामक 
हालांकि दिल्ली एम्स के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. शालीमार ने इन दावों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केवल जंक या फास्ट फूड खाने से आंतों का चिपकना या उनमें छेद हो जाना एक भ्रामक दावा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जंक फूड के अत्यधिक सेवन से कई गंभीर बीमारियां जरूर हो सकती हैं, लेकिन आंतों के चिपकने जैसी समस्या का सीधा संबंध इससे होना बेहद दुर्लभ है।

पोस्टमार्टम के बाद मौत की होगी साफ 
डॉ. शालीमार के अनुसार, संभव है कि छात्रा की आंतों की समस्या या मौत की वजह कोई और मेडिकल कारण हो, जैसे किसी गंभीर बीमारी या कार्डियक अरेस्ट जैसी स्थिति। उन्होंने कहा कि मौत के सही कारणों की पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट और पोस्टमार्टम के बाद ही की जा सकती है।

जंक फूड खाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाता
डॉक्टरों का कहना है कि अत्यधिक मात्रा में अल्ट्रा प्रोसेस्ड और जंक फूड खाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इससे विटामिन और मिनरल्स की कमी हो जाती है, खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, मोटापा, फैटी लिवर और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। लंबे समय तक इसका असर हृदय पर भी पड़ता है। ऐसे लोग बाहर से मोटे दिख सकते हैं, लेकिन अंदर से कुपोषित होते हैं।

संतुलित आहार ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है
डॉ. शालीमार ने सलाह दी कि जंक और फास्ट फूड से जितना हो सके बचना चाहिए। अगर कभी खाएं भी तो महीने में एक बार केवल स्वाद के लिए। इसे रोजमर्रा की आदत बनाना शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकता है। खासतौर पर बच्चों को इस आदत से दूर रखना जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि संतुलित आहार ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है। रोजाना के भोजन में फल, सब्जियां, दालें, सलाद और घर का बना खाना शामिल करना चाहिए, जिससे शरीर को पर्याप्त प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेट मिल सकें।


 


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Content Writer

Ramkesh

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