पत्रकार के साथ बर्बरता की हदें पार : नंगा कर पीटा, प्राइवेट पार्ट में की बोतल डाल....भ्रष्टाचार उजागर करना पड़ा भारी
punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2025 - 04:16 PM (IST)
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हमीरपुरः उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से पत्रकार और आरटीआई कार्यकर्ता से बर्बरता का एक मामला सामने आया है। यहां सरपंच और उसके तमाम गुर्गों ने जांच टीम के आने से पहले पत्रकार और आरटीआई कार्यकर्ता को अगवा कर गोशाला में बंधक बनाया। बर्बरता की हदों को पार करते हुए उसे नंगा कर बेरहमी से पीटा। उसपर जमकर बेल्ट और डंडे भी चलाए। इतन ही नहीं उसके प्राइवेट पार्ट्स में बोतलें घुसाने की भी कोशिश की गई।
सरपंच और गुर्गों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सरपंच और उसके गुर्गों द्वारा की गई बर्बरता में गंभीर रूप से घायल आरटीआई कार्यकर्ता को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुरुवार को पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर सरपंच और उसके गुर्गों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की शुरू कर दी है। वहीं सरपंच ने आरटीआई कार्यकर्ता के खिलाफ तहरीर दी है।
कहां शुरू हुआ मामला
हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बा निवासी रवींद्र कुमार भारतवंशी जिला के संवाददाता हैं। वह अपनी संस्था लक्ष्य बुंदेलखंड जन सेवा समिति के माध्यम से सरकारी योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच प्रशासन से कराते हैं। उन्हें जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच टीम के नोडल अधिकारी हिमांशू अग्रवाल ने सूचना दी कि मंगलवार दोपहर ग्राम पंचायत उमरी में मनरेगा की जांच की जाएगी। वह ग्राम पंचायत उमरी पहुंचे और अधिकारियों से संपर्क किया। अधिकारी ने पंचायत भवन पर मिलने के लिए कहा।
निर्वस्त्र कर 3 घंटे तक दी अमानवीय यातनाएं
पीड़ित पत्रकार ने बताया कि जब वह पंचायत भवन पहुंचे, तो ग्राम प्रधान अपने दोनों भाइयों और 18-20 गुर्गों के साथ वहां आ गया। प्रधान के भाई ने पीछे से उनकी आंखें बंद कर दीं। फिर भीड़ ने उनपर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। इसके बाद जबरन उन्हें चार पहिया वाहन में डालकर गौशाला ले जाया गया। उन्हें आंखों में पट्टी बांधकर घसीटते हुए भूसा घर में ले जाया गया। जहां निर्वस्त्र कर 2-3 घंटे तक
बेल्टों से बेरहमी से उनकी पिटाई की गई।
मल जबरदस्ती मुंह में डालने जैसी घिनौनी हरकत हुई
इतना ही नहीं अमानवीय यातनाओं की हदों को पार करते हुए मल जबरदस्ती मुंह में डालने जैसी घिनौनी हरकतें भी की गईं। जेसीबी से गड्ढा खोदकर जिंदा दफनाने का प्रयास भी किया गया। पीड़ित पत्रकार ने आगे बताया कि जब मैंने कहा कि जांच अधिकारी को सूचना है तो आरोपियों ने बैग में गांजा, चरस और अन्य नशीले पदार्थ रखकर वीडियो बनाया और उन्हें झूठे केस में फंसाने की साजिश रची। फिर आंखों पर पट्टी बांधकर कपड़े बदलवाए। मेरा मोबाइल और लैपटॉप भी तोड़ दिया। सारा डाटा डिलीट कर दिया।