चश्मदीद बोला- शॉर्ट सर्किट नहीं माचिस की तीली जलाने से वार्ड में लगी थी आग, 4 बच्चों को कपड़े में लपेटकर बचाया
punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2024 - 12:46 PM (IST)
झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में शुक्रवार रात आग लगने से 10 शिशुओं की मौत हो गई जबकि 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। इस घटना के पीछे प्रथम दृष्ट शॉर्ट सर्किट की वजह बताई जा रही है लेकिन इसी बीच चश्मदीद ने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान बताया कि बच्चों के वार्ड में एक ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को लगाने के लिए नर्स ने माचिस की तीली जलाई जैसे ही तीली चलाई तो पूरे वार्ड में आग लग गई जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक आग बेकाबू हो गई। चश्मदीद भगवान दास ने बताया वह अपने गले में पड़े कपड़े से 3 से 4 बच्चों को लपेटकर वहां से भागा जिस वजस से चार बच्चे बच गए।
शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका
झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि अस्पताल की नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) में दस बजकर 45 मिनट पर संभवत: शार्ट सर्किट से आग लग गयी। एनआईसीयू के बाहरी हिस्से में मौजूद सभी बच्चों को और अंदर मौजूद कुछ बच्चों को निकाल लिया गया।
मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मौत
कुमार ने कहा, ‘‘फिलहाल 10 बच्चों की मौत की सूचना है।'' उन्होंने बताया कि जिन बच्चों की हालत ज्यादा गंभीर नहीं होती है उन्हें एनआईसीयू के बाहरी हिस्से में जबकि गंभीर हालत वाले बच्चों को भीतरी हिस्से में रखा जाता है। मध्य रात्रि के करीब अस्पताल पहुंचे झांसी के मंडल आयुक्त विमल दुबे ने संवाददाताओं को बताया कि एनआईसीयू के भीतरी हिस्से में करीब 30 बच्चे थे और उनमें से अधिकतर को निकाल लिया गया था।
50 से अधिक बच्चे एनआईसीयू में थे भर्ती
झांसी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुधा सिंह ने शनिवार को बताया कि इस हादसे में गंभीर रूप से झुलसे 16 बच्चों का इलाज जारी है। इस हादसे के समय एनआईसीयू में 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे। झांसी पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक संक्षिप्त बयान में कहा कि दमकल विभाग की एक गाड़ी को घटनास्थल पर भेजा गया,साथ ही जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। झांसी के पास स्थित महोबा जिले के एक दंपति ने इस हादसे में अपने नवजात बच्चे को खो दिया है। बच्चे की मां ने संवाददाताओं को बताया कि उनके बच्चे का जन्म 13 नवंबर को सुबह आठ बजे हुआ था। उन्होंने रोते हुए कहा, ‘‘मेरा बच्चा आग में जलकर मर गया।'' लखनऊ में जारी एक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और जिला प्रशासन के अधिकारियों को हादसे में झुलसे बच्चों का समुचित इलाज कराने का निर्देश दिया।