कांग्रेस की नसों में आजादी एवं किसानों के आन्दोलन का रक्त: प्रियंका

punjabkesari.in Tuesday, Dec 29, 2020 - 11:15 AM (IST)

लखनऊ: कांग्रेस स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश में रोके जाने को लोकतंत्र की हत्या बताते हुये पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कांग्रेस की नसों में आजादी के आंदोलन और किसान-मजदूरों के आंदोलन का रक्त बहता है।

वाड्रा ने सोमवार को ट्वीट किया कि, ‘‘कांग्रेस पार्टी की नसों में आजादी के आन्दोलन एवं किसानों-मजदूरों के आन्दोलन का रक्त बहता है। हमारे स्थापना दिवस पर यूपी में हमें महापुरुषों का माल्यार्पण करने, संदेश यात्रा निकालने से रोका जा रहा है। नेताओं, कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार, नजरबंद किया जा रहा है। ये लोकतंत्र की हत्या है।'' उधर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर सेवादल ने ध्वजवंदन और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ध्वजारोहण किया।

उन्होंने कांग्रेस की 136वीं वर्षगांठ पर बधाई देते हुए कहा कि आजादी के आन्दोलन से लेकर स्वतंत्रता के बाद महात्मा गांधी, इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे महापुरूषों ने अपने खून से इस देश की मिट्टी को सींचा है। नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद सरीखे नेताओं ने देश को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। उन्होंने कहा कि आज कुछ लोकतंत्रविरोधी शक्तियां संविधान, संवैधानिक संस्थाओं को कुचलना चाहती हैं। अपने अधिकारों के लिए जब कोई आवाज उठाता है तो उस पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाता है।

देश का किसान आज दिल्ली के बाडर्र पर अपने अधिकारों के लिए डटा है और जान दे रहा है। योगी गाय माता को गुड़, चना और रोटी खिलाकर फोटो खिंचाते हैं और वायरल करते हैं लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि प्रदेश की गौशालाओं में योगी सरकार की भ्रष्टाचारी नीति, उदासीनता और गाय माता के खाने-पीने और रखरखाव की उचित व्यवस्था न होने से भूख व ठंड से गाय माता मर रही हैं। कमोवेश पूरे प्रदेश में जितने भी गौशालाएं हैं सब भ्रष्टाचार की चपेट में हैं।       

लल्लू ने कहा ‘‘ हमने जब गाय बचाओ-किसान बचाओ पदयात्रा निकाली तो योगी जी ने पुलिस द्वारा पदयात्रा रूकवाकर कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की गयी। ललितपुर से पुलिस ने मुझे लखनऊ लाकर घर में कैद कर दिया और भारी पुलिस की नाकेबन्दी कर दी है। योगी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है। हम डरेंगे नहीं, तानाशाही से लड़ेंगे। भाजपा की लोकतंत्र विरोधी मानसिकता को जन-जन तक पहुंचायेंगे।''       

ध्वजारोहण के बाद लल्लू के नेतृत्व में ‘कांग्रेस संदेश यात्रा' निकाली गयी जिसे पुलिस ने रोक दिया। पदयात्रा रोके जाने पर लल्लू एवं अन्य नेताओं की पुलिस से नोंक-झोंक हुई। इसके बाद सभी कांग्रेसी प्रदेश कार्यालय पर उपवास पर बैठ गये। पार्टी के अनुसार जौनपुर, इलाहाबाद, गौतमबुद्धनगर, गोरखपुर, प्रयागराज समेत कई जिलों में पदयात्रियों को पुलिस द्वारा रोका गया और गिरफ्तारियों की गयी। गाजियाबाद में पुलिस ने लाठीचार्ज किया वहीं कई जिलों की विधानसभाओं में पुलिस की भारी नाकेबंदी के बावजूद पदयात्रा निकाली गयी जिनमें सोनभद्र ,मिर्जापुर,बस्ती सदर, संतकबीरनगर, गोरखपुर की चिल्लूपार, आजमगढ़ की सगड़ी, बलिया, सुल्तानपुर सदर, बाराबंकी की रामनगर, लखनऊ के बख्शी का तालाब, जौनपुर के मड़ियाहूं, लखीमपुर की खीरी, शाहजहांपुर, हरदोई, हापुड़, वाराणसी दक्षिण शामिल है।


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Umakant yadav

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