GAIL का फर्जी अफसर गिरफ्तार: कार्यालय खोलकर निकाल दिया 3200 करोड़ का टेंडर, कर्मचारियों की भर्ती कर की करोंड़ों की ठगी
punjabkesari.in Tuesday, Jan 09, 2024 - 08:37 AM (IST)
निगोही (शाहजहांपुर): जिला पुलिस ने बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। राजस्व अभिलेखों में हेराफेरी करने के आरोप में बर्खास्त लेखपाल ने गेल ( गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) का फर्जी कार्यालय खोल लिया और खुद परियोजना निदेशक बनकर कर्मचारियों की भर्ती भी कर ली, 3200 करोड़ का टेंडर भी निकाल दिया। वेतन न मिलने पर कंपनी के कर्मचारियों की शिकायत की तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने उसके कब्जे से कूटरचित दस्तावेज, कंप्यूटर, नगदी, रबर मुहर आदि बरामद किया है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
खुद को गेल का परियोजना निदेशक दिखाकर की लोगों की भर्ती
जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार रामनरेश शुक्ला उर्फ नन्हे उर्फ रामास्वामी मोहल्ला खत्ता कस्बा व थाना शाहाबाद, जनपद हरदोई का मूल निवासी है। पुलिस के मुताबिक आरोपी वर्ष 2012 में निगोही क्षेत्र में लेखपाल था और उसने जमीन दूसरे व्यक्ति के नाम पर गलत रजिस्टर में अंकित कर लाखों रुपये किसानों से ऐंठे थे। इस प्रकरण में उसे बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद उसने अपनी फर्जी आईडी व आधार कार्ड में अपना नाम पता रामनरेश निवासी 144 नगर पराबर कोल्लम केरला कर लिया। इसी फर्जी पते व नाम से खुद को गेल का परियोजना निदेशक दिखाया और शाहजहांपुर में अपना पद बताते हुए निगोही में शाहजहांपुर रोड स्थित भगत सिंह मोहल्ले में किराए के एक मकान में कार्यालय खोल लिया। 18 लोगों को नौकरी पर भी रखा।
भागने की फिराक में था आरोपी, पुलिस ने घेराबंदी कर किया गिरफ्तार
आरोप है कि 3200 करोड़ रुपये का टेंडर निकालकर तीन व्यक्तियों को टेंडर देना तय किया था। जिनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर करीब तीन लाख रुपये और सिक्योरिटी के नाम पर 9 करोड़ रुपये 10 जनवरी 2024 को देना तय था, जिसमें 18 लाख रुपये की डीडी बनवाकर रामनरेश ने प्राप्त कर ली थी। आरोप यह भी है कि वह करीब छह करोड़ की ठगी कर चुका है। सूचना पर पुलिस अधिकारी आरोपी रामनरेश शुक्ला के ऑफिस में पहुंचे तो वह ऑफिस छोड़कर दस्तावेज लेकर भागने की फिराक में था, लेकिन घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।