हाथरस बिटिया हत्याकांड: चार साल बाद भी नहीं किया अस्थियों को विसर्जित, भाई बोला- न्याय के लिए जारी रहेगी जंग
punjabkesari.in Saturday, Sep 14, 2024 - 01:56 PM (IST)
हाथरस ( सूरज मौर्य ): उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले का बहुचर्चित बिटिया हत्याकांड के चार साल बीत जाने के बाद भी परिजनों ने न्याय की आस नहीं छोड़ी है। बिटिया की अस्थियां को अभी तक विसर्जित नहीं किया। कोतवाली चंदपा क्षेत्र के गांव बुलगढी में 14 सितंबर 2020 को एक दलित युवती के एक जनघन्य वारदात हुई थी। पीड़ित युवती ने 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड दिया था। घटना के बाद पुलिस द्वारा युवती के शव का बिना परिजनों की बिना सहमति के अंतिम संस्कार कर दिया था। इस पर पुलिस की बहुत किरकरी हुई थी।
बहुचर्चित बिटिया कांड को लेकर देश की सियासत में भूचाल मच गया था। जिसके बाद देश सभी बड़े नेताओं ने बूलगढ़ी गांव का रुख कर लिया था। पीड़ित परिवार से मिलने राहुल गांधी और प्रियंका व अन्य सभी विरोधी दल सहित सता पक्ष के नेता पहुंचे थे। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। सीबीआई ने चारों आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था। न्यायालय ने इस मामले को गैंगरेप का मामला नही माना था। वहीं कोर्ट ने इसे गैर इरादतन हत्या का मामला माना था। जिसमें एक आरोपी संदीप को न्यायालय ने दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वहीं शेष तीन आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया था। पिछले चार साल से पीड़ित परिवार सीआरपीएफ की सुरक्षा के बीच रह रहा है।
बहुचर्चित बिटिया कांड के भाई का कहना है कि वह कैद की जिंदगी जी रहे है। उन्हें पूरा इंसाफ नहीं मिला है। सरकार ने सरकारी नौकरी और आवास देने का वादा पूरा नहीं किया था इसे चार साल बाद भी पूरा नहीं किया है। वहीं बिटिया का भाई बोला न्याय के लिए हमारी जंग जारी रहेगी है। हमें पूरा इंसाफ नहीं मिला है।