''प्रभात पांडे'' की मौत से परिजनों में पसरा मातम, कड़ी सुरक्षा में होगा अंतिम संस्कार, न्याय की गुहार लगा रहा परिवार
punjabkesari.in Thursday, Dec 19, 2024 - 12:10 PM (IST)
लखनऊ : कांग्रेस के विधानसभा घेराव के दौरान कांग्रेस के युवा नेता प्रभात पाण्डेय की मौत हो गई। गोरखपुर के देईपार के रहने वाले प्रभात का शव गांव पहुंचते ही वहां मातम पसर गया। पुलिस ने चाचा मनीष पाण्डेय की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। आज कड़ी सुरक्षा के बीच उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पोस्टमार्टम की कराई गई वीडियोग्राफी
कांग्रेस के युवा नेता 31 वर्षीय प्रभात पाण्डेय का देर रात पोस्टमार्टम कराने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया। पोस्टमार्टम की बाकायदा वीडियोग्राफी भी कराई गई है। फोरेंसिक टीम के साथ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी वहां मौजूद रहे। प्रभात पांडे का शव देईपार पहुंचते ही घर पर मातम पसर गया। मृतक के चाचा मनीष पांडे ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है और लोगों से अपील की है कि वह इस पर राजनीति न करें। उन्होंने अपने घर का बच्चा खोया है। उन्हें न्याय चाहिए कि आखिर उसकी मौत कैसे हुई।
आरोप है कि मौत के ठीक पहले दो घण्टे तक प्रभात लखनऊ के कांग्रेस कार्यालय में बेहोश थे। उनका हाथ-पैर ठंडा पड़ चुका था। शाम 5 बजे उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद प्रभात की मौत पर राजनीति शुरू हो गई।
राहुल-प्रियंका का पोस्ट
प्रभात पांडे की मौत के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रदर्शन के दौरान भाजपा सरकार में पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाया। तो वहीं राहुल और प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया साइट X पर इसे भाजपाराज में पुलिस की बर्बरता करार दिया। वहीं पार्थिव शरीर घर पर पहुंचने के बाद घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल है।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
वहीं पुलिस ने इस मामले में अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। यूपी पुलिस के आलाधिकारियों ने कहा है कि लखनऊ कांग्रेस कार्यालय से बुधवार शाम 5 बजे जब प्रभात को अस्पताल लाया गया, तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद ही मौत की असली वजह का पता चलेगा। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह का बल प्रयोग से इंकार किया है।
मृतक के चाचा ने की न्याय की मांग
इस पूरे मामले में मृतक के चाचा मनीष पाण्डेय ने बताया कि उन्हें कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि 2 घंटे से उनका भतीजा बेसुध पड़ा है। उन्होंने बताया कि आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मनीष ने बताया कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। उन्होंने अपना बच्चा खो दिया है, जो अब वापस नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि इस पर किसी भी तरह की राजनीति की जरूरत नहीं है। उन्हें न्याय चाहिए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य लोगों का फोन भी आया था। उन्होंने उनसे भी भतीजे की मौत पर सवाल किया है कि अगर वह 2 घंटे तक कांग्रेस कार्यालय पर बेहोश था, तो उसे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया। उन्होंने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।