72825 शिक्षक भर्ती मामला: शेष बचे अभ्यर्थियों की फिर से काउंसिलिंग का निर्णय HC ने रखा सुरक्षित

punjabkesari.in Friday, Mar 15, 2024 - 02:42 PM (IST)

प्रयागराज: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बेसिक स्कूलों में 72825 शिक्षक भर्ती के शेष अभ्यर्थियों की फिर काउंसिलिंग का निर्णय सुरक्षित कर लिया है। उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों की खंडपीठ ने 30 नवंबर 2011 को जूनियर बेसिक स्कूलों में 72 हजार 825 ट्रेनी शिक्षकों की भर्ती के विज्ञापन में से उच्चतम न्यायालय द्वारा बनाई 12091 श्रेणी के बचे अभ्यर्थियों की फिर से काउंसिलिंग के लिए नया विज्ञापन जारी करने के एकल पीठ के आदेश के खिलाफ राज्य सरकार और बेसिक शिक्षा परिषद की विशेष अपीलों पर अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है।  यह आदेश न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्र एवं न्यायमूर्ति एस क्यू एच रिजवी की खंडपीठ ने कई दिनों तक चली बहस पूरी होने के बाद गुरुवार को दिया।  

राज्य सरकार की ओर से अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता रामानंद पांडेय और बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से कुष्मांडा शाही ने अपनी बहस में कहा कि शीर्ष न्यायालय ने 25 जुलाई 2017 एवं बाद में इस मामले में अभ्यर्थियों की अवमानना याचिका में 13 दिसंबर 2019 को सरकार द्वारा ट्रेनी शिक्षकों की सम्पन्न भर्ती को सही मानते हुए अवमानना का मामला खत्म कर दिया था। ऐसे में 2011 की भर्ती को लेकर एकल पीठ द्वारा फिर से शेष बचे अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग का निर्देश दिया जाना गैरकानूनी है। 

दूसरी ओर विनय कुमार पांडेय और अन्य अभ्यर्थियों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक खरे, एचएन सिंह, आरके ओझा तथा अनिल तिवारी ने कहा कि एकल पीठ के आदेश में कोई त्रुटि नहीं है। वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने बहस में कहा कि सरकार की ओर से शीर्ष अदालत में दाखिल अवमानना वाद में सही तथ्य प्रस्तुत नहीं किया गया। इस कारण इस प्रकार का आदेश हुआ और उच्चतम न्यायालय ने भर्ती को सही मानते हुए अवमानना केस समाप्त कर दिया। 

गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विनय कुमार पांडेय और कई अन्य तथा इससे संबद्ध अन्य याचिकाओं पर निर्देश दिया था कि शेष बचे अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराने के लिए नया विज्ञापन पांच फरवरी से शुरू होने वाले सप्ताह में जारी किया जाए और यह विज्ञापन तीन अखबारों में प्रकाशित कराया जाए।
 


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Content Writer

Ramkesh

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