‘मुझे आतंकी कहा गया, गालियां दी गईं’… संवेदनशीलता के बावजूद छापुर पहुंचीं सपा सांसद इकरा हसन हुईं भावुक, बोलीं- जवाब मिलेगा
punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 10:17 PM (IST)
Saharanpur News: कैराना सीट से सपा सांसद इकरा हसन बुधवार को सहारनपुर के गंगोह इलाके के छापुर गांव पहुंचीं, जहाँ हालिया मंदिर-विभाजन की घटना के बाद माहौल तनावपूर्ण रहा। सांसद ने स्थानीय लोगों से मुलाकात कर कहा कि किसी भी धर्मस्थल को नुक़सान पहुँचाना निंदनीय है और आस्था पर चोट बर्दाश्त नहीं की जाएगी, चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद।
'मैं हमेशा सौहार्द और भाईचारे की राजनीति करती आई हूँ'
सांसद का चेहरा मिलने के दौरान गंभीर और भावुक दोनों दिखा। उन्होंने कहा कि हाल में उनके खिलाफ जो भाषा चली, उसमें उन्हें “मुल्ली” और “आतंकवादी” तक कहा गया। इकरा ने ये शब्द सिर्फ अपने लिए न बताते हुए कहा कि ये गालियाँ इस इलाके की हर बेटी और हर महिला के लिए भी दी गई हैं। “मैं हमेशा सौहार्द और भाईचारे की राजनीति करती आई हूँ,” उन्होंने कहा, और जो लोग इस माहौल को भड़काते हैं उन पर कड़ा रुख अपनाने की बात कही। सांसद ने बताया कि जब वे चुनाव जीती थीं, तब हर धर्म और बिरादरी के लोगों ने उन्हें बेटी और बहन मानकर समर्थन दिया था। आज वही समाज अगर किसी के बहकावे में आ रहा है तो यह हमारे आपसी रिश्तों की हार है।
कानून अपना काम करेगा और दोषी को सजा मिलेगी
छापुर प्रकरण में गिरफ्तारी से संबंधित उन्होंने न तो किसी को बचाने की बात कही और न ही किसी की सिफारिश, उनका कहना था कि कानून अपना काम करेगा और दोषी को सजा मिलेगी। इकरा ने यह भी कहा कि प्रशासन ने उन्हें छापुर आने से रोकने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया: “यह मेरा इलाका है, मेरी जनता है, मैं यहाँ की बेटी हूँ, मैं क्यों न आऊँ?” सांसद ने उन नेताओं पर भी निशाना साधा जो विरोध को व्यक्तिगत गाली-गलौज में बदल देते हैं। उनका कहना था कि विरोध लोकतांत्रिक अधिकार है, पर गाली-गलौज समाज को तोड़ देती है। इकरा ने बताया कि मामले की तहरीर एसएसपी को दी जा चुकी है और उन्होंने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
महिलाओं के अपमान को सहन कर लेना “दोहरा चरित्र”
इकरा ने सरकार की बेटी बचाओ‑बेटी पढ़ाओ नीतियों का हवाला देते हुए कहा कि शब्दों से समर्थन देने वाला रवैया और जमीन पर महिलाओं के अपमान को सहन कर लेना “दोहरा चरित्र” है, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने दृढ़ स्वर में कहा: “मैं डरकर नहीं, सच बोलकर राजनीति करूँगी। समाज को तोड़ने वालों को छोड़ूँगी नहीं। मुझे गालियाँ देना، इस पूरे क्षेत्र की हर बेटी का अपमान करना है — मैं चुप नहीं रहूँगी।”

