Swami Prasad Maurya की बढ़ी मुश्किलें, अब Madhya Pradesh में अन्य 8 लोगों सहित दर्ज हुई FIR
punjabkesari.in Friday, Feb 03, 2023 - 04:10 PM (IST)

ग्वालियर/लखनऊ: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर में हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) की शिकायत पर ‘रामचरितमानस' (Ramcharitmanas) को लेकर टिप्पणी करने के आरोप में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता मौर्य के अलावा प्राथमिकी में 8 अन्य लोगों के नाम भी दर्ज किए गए हैं। प्राथमिकी (FIR) की प्रति के अनुसार, मौर्य और अन्य के खिलाफ गुरुवार को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास स्थान, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और सद्भाव बनाए रखने के प्रतिकूल कार्य करना) और 295 (किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने रामचरितमानस का किया है अपमान
ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित सांघी ने कहा कि हिंदू महासभा के आवेदन पर यह मामला (मौर्य के खिलाफ) कानूनी कार्रवाई के लिए अपराध शाखा को सौंपा गया है। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने चेतावनी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने रामचरितमानस का अपमान किया है। अगर महाशिवरात्रि (18 फरवरी) तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो 19 फरवरी को ऋषिकेश में संगठन की बैठक के बाद इस मुद्दे पर आंदोलन तेज किया जाएगा।
मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो संगठन सड़कों से लेकर संसद तक करेगा आंदोलन:धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा
वहीं, प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मौर्य का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए ‘ओबीसी महासभा' उनके समर्थन में सामने आई है। ‘ओबीसी महासभा' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि अगर मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो उनका संगठन सड़कों से लेकर संसद तक आंदोलन करेगा। मौर्य ने हाल में रामचरितमानस के कुछ छंदों पर जाति के आधार पर समाज के एक बड़े वर्ग का ‘‘अपमान'' करने का आरोप लगाते हुए विवाद खड़ा कर दिया और इन पर ‘‘प्रतिबंध'' लगाने की मांग की।