यूपी में बढ़ता भ्रष्टाचार:UPPCL, होमगार्ड के बाद सामने आया शौचालय घोटाला

punjabkesari.in Friday, Nov 29, 2019 - 12:16 PM (IST)

गाजीपुर: UPPCL और होमगार्ड घोटाला के बाद उत्तर प्रदेश में शौचालय घोटाला सामने आया है। जो सरकार के भ्रष्ट्राचार मुक्त भारत के दावे की पूरी तरह से पोल खोल रहा है। मामला कासिमाबाद ब्लाक के महेशपुर कला गाँव का है। जहाँ लोहिया ग्राम योजना के अंतर्गत करीब 500 शौचालय बनने के लिये स्वीकृत हुये थे और उनका बजट भी आ गया था। मगर भ्रष्टाचारियों की कृपा से आज एक भी शौचालय लोगों के प्रयोग करने योग्य नहीं है। हां शौचालय में गांववाले उपले व चारा जरुर रखते हैं।

बताते चलें कि गाजीपुर को खुलेमें शौच से मुक्त करने की सरकार की योजना है। इसके लिये तमाम गाँवों सहित पूरेजनपद में ओडीएफ के साथ ही कई अन्य योजनायें भी चल रहीं हैं। लेकिन यहां कि हकीक़तकुछ और ही है। महेशपुर कला गाँव के ग्राम प्रधान योगेंद्र प्रजापति हैं जो कि पंचायत के चुनाव के पूर्व एक पेट्रोल पंप पर 3000 रूपये महीने परवाहनों में तेल भरने का काम करते थे। पर चुनाव आया और प्रजापति जी की किस्मत चमक गई। फिर प्रधान जी का खेल शुरू हो गया। गाँव में प्रत्येक घर को स्वच्छता से जोडऩे के लिये करीब 500 शौचालय भी सरकार द्वारा स्वीकृत हुआ और बजट भी ग्राम निधि में आ गया। अब इन पैसों से इस गाँव में कितना शौचालय बना यह तो प्रधान जी जाने। लोगों के घरों के सामने पड़ी ये टंकियां उन्हीं शौचालयों की हैं जो स्वच्छता मिशन के तहत आया था और इसके एवज में ग्राम प्रधान ने प्रत्येक से 1000-1000 रुपया भी लिया लेकिन ये टंकी तो लगी पर शौचालय का आज तक पता नहीं है। सैकड़ों की संख्या में शौचालय देखने को मिले पर उसकी हकीक़त यह थी कि किसी शौचालय का छत नहीं तो कोई गिरा हुआ मिला।

सबसे खास बात ये दिखी कि किसी भी शौचालय में उपयुक्त गड्ढा नहीं दिखा अर्थात किसी तरह से इस शौचालय का आप प्रयोग कर भी लेते हैं तो उसकी बदबू से आपका रहना मुश्किल हो जायेगा। इतना ही नहीं अब गाँव वाले इन शौचालयों को अपनी बकरी और उपला रखने के काम में ले रहे हैं।
PunjabKesari
जब इन शौचालयों के बारे में गाँव की महिलाओं और युवतियों से जानना चाहा तो उनका कहना था कि उनके घर शौचालय तो बना है लेकिन वो किसी काम का नहीं। ये लोग शाम ढलने के बाद गाँव के बाहर सड़क के किनारे जाती हैं। इस दौरान लोग उन्हें दूसरी दृष्टि से देखते हैं और बोली भी बोलते हैं। वे सुनने के अलावा कुछ भी नहीं कर पातीं क्योंकि उनकी ये मजबूरी है।

जब महा घोटाले के बारे में जिला पंचायत राज अधिकारी लाल जी दुबे से जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने इसके बारे में अभी कुछ भी जानकारी नहीं होने की बात कही। वही उन्होंने मीडिया की बातों का संज्ञान लेते हुए कहा की वे स्वयं इस गांव की जाँच करेंगे।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ajay kumar

Recommended News

Related News

static