Video: यूपी में इंडिया गठबंधन के सीट बंटवारे ने बढ़ा दी कांग्रेस की टेंशन, पार्टी नेताओं में सिर फुटव्वल!

punjabkesari.in Sunday, Feb 25, 2024 - 07:09 PM (IST)

फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा सामने आते ही कांग्रेस में सिर फुटव्वल की नौबत आ गई है.. फर्रुखाबाद में जहां सलमान खुर्शीद ने अपने ट्वीट से पार्टी में मोर्चा खोल दिया है, वहीं अमरोहा पर भी नेताओं ने पेंच फंसा दिया है.. जो लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के गले की फांस बन सकता है.. देश में लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है.. वैसे-वैसे ही सियासत भी तेजी से गरमा रही है.. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी वार-पलटवार हो या फिर पार्टियों के भीतर सीट और टिकटों पर छिड़ा संग्राम.. हर तरफ राजनीति अपने रंग दिखा रही है.. फिलहाल बात अगर देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की करें, तो यहां पर जैसे ही इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा सामने आया.. वैसे ही कांग्रेस में सिर फुटव्वल की नौबत आ गई.. पार्टी में कई सीटों पर प्रत्याशी को लेकर पेंच फंस गया है.. 

 बता दें कि यूपी में फर्रुखाबाद लोकसभा सीट बंटवारे में सपा के पाले में चली गई है.. जबकि यहां से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ताल ठोकने की तैयारी कर रहे थे.. मगर पार्टी उनके लिए सीट नहीं बचा पाई, तो इसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने पार्टी में मोर्चा खोल दिया.. अपनी नाराजगी की बानगी सलमान ने अपने ट्वीट से दिखाई है.. उन्होंने अपनी पोस्ट में साफ लिखा है कि क़िस्मत के फ़ैसलों के सामने कभी झुका नहीं.. टूट सकता हूँ, लेकिन झुकूँगा नहीं.. इतना ही नहीं अमरोहा सीट पर भी कांग्रेस नेताओं ने पेंच फंसा दिया है.. ये सीट तो बंटवारे में कांग्रेस को ही मिली है, मगर नेताओं में टिकट पाने को पैदा हुई सिर फुटव्वल की स्थिति पार्टी की टेंशन को बढ़ा रही है..

अगर सलमान खुर्शीद के ट्वीट को देखे, तो वो खुद में कांग्रेस के भीतर यूपी में उठ रहे सियासी तूफान की कहानी को बयां कर रहा है.. कम शब्दों में ही सलमान ने अपनी पीड़ा और नाराजगी जताई है.. साथ ही आखिरी लाइन में एक फिल्मी गाने की लाइन लिखकर क्षेत्र की जनता से आशीर्वाद मांगा है.. कांग्रेस के सलमान ने सवाल पूछते हुए अपनी पोस्ट में लिखा है कि फ़र्रुख़ाबाद से मेरे रिश्तों को कितने इम्तिहान का सामना करना पड़ेगा? सवाल मेरा नहीं पर हमारे सब के मुस्तकबिल का है.. आने वाली नस्लों का है.. क़िस्मत के फ़ैसलों के सामने कभी झुका नहीं.. टूट सकता हूँ, मगर झुकूँगा नहीं.. तुम साथ देने का वादा करो, मैं नगमे सुनाता रहूं.. 

 दरअसल, सलमान खुर्शीद का परिवार पुराना कांग्रेसी है.. उनके सियासी सफर पर नजर डाले, तो सलमान खुद दो बार पंजे के निशान पर 1991 और 2009 में फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं.. उनसे पहले उनके पिता खुर्शीद आलम भी यहां से कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव जीते थे.. उनके दादा डॉक्टर जाकिर हुसैन देश के राष्ट्रपति भी बने थे.. लेकिन पिछले दो चुनाव 2014 व 21019 में सलमान इसी सीट पर अपनी जमानत भी नहीं बचा सके.. 14 के चुनाव में करीब 10 फीसदी, तो 19 में महज 5 प्रतिशत के आसपास उनको वोट मिला है.. शायद ये भी एक वजह रही हो, जो पार्टी गठबंधन में सलमान की सीट को नहीं बचा सकी.. मगर उनकी नाराजगी ने अब पार्टी की टेंशन को जरूर बढ़ा दिया है.. वहीं अमरोहा में दानिश और सचिन के बीच छिड़ा सियासी संग्राम भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा रहा है, जो लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के गले की फांस बन सकता है.. क्योंकि कई पुराने नेता पार्टी में पहले से नाराज हैं और अब यूपी का नया घमासान पार्टी की परेशानी की एक और नई कहानी लिख सकता है..  


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Content Writer

Ramkesh

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