जगद्गुरु परमहंस ने कुत्ते से की प्रमोद कृष्णम की तुलना, कहा- रोटी खाता है तो कुत्ता भी पूंछ हिलाता है
punjabkesari.in Friday, Mar 24, 2023 - 07:10 PM (IST)

लखनऊः राहुल गांधी पर आए कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि आज का दिन भारत के लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन है। दोषी करार होने के 24 घंटे के अंदर ही राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी गई। हम जनता से तानाशाही सरकार को हटाने की अपील करेंगे।
कुत्ते से कर डाली आचार्य प्रमोद कृष्णम की तुलना
आचार्य प्रमोद कृष्णम के बयान पर पलटवार करते हुए जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने उनकी तुलना कुत्ते से कर डाली। कहा कि जब कुत्ता रोटी खाता है तो पूंछ हिलाता। कुछ लोग एसे भी हैं जो अपने नमक का फर्ज अदा कर रहे हैं। जगद्गुरु परमहंस ने कहा कि अफजल गुरू के समर्थन में भी निकले थे एसे लोग। अफजल गुरू को जब फांसी हुई थी तो उसके भी कुछ हमदर्द निकल गए थे। आतंकवादियों को भी बचाने के लिए कुछ गद्दार एसे हैं जो अपने सेना पर पत्थरबाजी करते हैं। काला दिवस मनाने वाले जितने लोग हैं वो सब देश विरोधी हैं। जो देशप्रेमी हैं वो आज खुशी मना रहे हैं। देशभर में मिठाईयां बांट रहे हैं। मैं तो आज बहुत खुश हूं।
कांग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार हो रहा
आचार्य ने कहा कि- सत्यमेव जयते, सत्य परेशान भले हो लेकिन पराजित कभी नहीं होता है। माननीय नरेंद्र मोदी पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं। पूरे विश्व में उनकी लोकप्रियता है। जब मोदी जी के सरनेम को लेकर राहुल गांधी अमर्यादित दिप्पणी करते थे तो हम सभी देशवासियों को गहरा आघात पंहुचता था।हम लोग व्यथित होते थे और इंतजार करते थे कि कभी न कभी न्याय मिलेगा। आज न्यायपालिका से न्याय मिल गया है। आज पूरे देश में हंसी-खुशी का माहैल है। आज हमने कई जगह मिठाई बांटी, चाय बांटी और कार्यक्रम का आयोजन किया।आचार्य यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत का हमलोगों का सपना आज से गति पकड़ लिया है। कांग्रेस मुक्त का मतलब है रामराज्य की शुरुआत।
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क्या है मामला?
गौरतलब है कि गुजरात की सूरत कोर्ट ने मानहानि मामले में गुरुवार को राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी। इस फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द कर दिया है। जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक, अगर सांसदों और विधायकों को किसी भी मामले में 2 साल या उससे ज्यादा की सजा होने पर उनकी सदस्यता (संसद और विधानसभा से) रद्द हो जाती है।