मिर्ज़ापुर: जगत जननी मां विंध्यवासिनी मंदिर का आज किया गया शुद्धिकरण, भक्तों ने निभाया हजारों वर्षो से चली आ रही यह परंपरा

punjabkesari.in Wednesday, Apr 24, 2024 - 05:53 PM (IST)

मिर्ज़ापुर: यूपी के मिर्ज़ापुर में स्थित माँ विंध्यवासनी दरबार मे आज के दिन अनोखा उत्सव मनाया जाता है। इस उत्सव को घटाभिषेक के साथ-साथ वार्षिक पूजन भी  कहा जाता है। दरअसल नवरात्रि मेले के दौरान प्रतिदिन लाखों की संख्या में  भक्त मां की पूजा अर्चना करने आते हैं। इस दौरान तंत्र, मंत्र और अपनी परेशानियां तथा बुरी आत्माओं को यहीं पर छोड़ जाते हैं । 

नवरात्रि के बाद वैशाख मास की प्रतिपदा तिथि पर आज  पूजा पाठ और तंत्र-मंत्र में आहुत दुष्ट आत्माओं को यहां से हटाने के लिए पूरे विंध्यवासिनी धाम की गंगाजल से धुलाई की गई । यहां पर यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। आज के दिन विंध्याचल के हजारों लोग घर से घड़ा लेकर गंगा तट पर पहुचते है  जहां पर स्नान के बाद वह घड़ा में पानी लेकर मंदिर पर पहुचते हैं। इसके बाद घड़े के पानी के साथ माँ विंध्यवासिनी का दर्शन कर उसी पानी से पूरे मंदिर की धुलाई की जाती है।

विंध्य पंडा समाज के सनी दत्त पाठक ने बताया कि यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है जहां न सिर्फ पंडा समाज बल्कि विंध्याचल बस्ती के लोग भी मिलकर गंगाजल से मंदिर की धुलाई करते हैं। आज के दिन हर भक्त मंदिर में घड़े के साथ पहुचता है। गंगा स्नान कर घड़ा में गंगा जल ले कर मंदिर पहुचा है। जिसे घड़ाभिषेक भी कहते है। घड़ाभिषेक के बाद मंदिर में माँ का विशेष श्रृंगार किया जाता है। भक्ति मन किया दर्शन कर भाव विभोर होते हैं और अपनी मनोवांछित फल  को प्राप्त करते हैं।


 


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Imran

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