झांसी: पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर पर खड़े हुए सवाल, वसूली नहीं देने पर पुलिस ली जान!

punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2019 - 02:13 PM (IST)

झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी में अवैध खनन को लेकर खूनी संघर्ष हो गया। यहां खनन माफिया ने मोंठ थाना प्रभारी को गोली मार दी, जिससे वह घायल हो गए। वहीं, इसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान खनन माफिया को मार गिराया। अब इस मामले पर सवाल खड़े हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने इसपर सवाल खड़ा किया है। 

सूत्रों के मुताबिक पुष्पेंद्र यादव द्वारा वसूली नहीं देने पर मोंठ थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह चौहान ने गोली मार दी और मामले को एनकाउंटर का रूप दे दिया। इतना ही नहीं जिस बाइक से पुष्पेंद्र को भागते बताया गया उस बाइक के मालिक को भी पुलिस ने फरार घोषित कर दिया। जबकि हकीकत ये है कि बाइक मालिक दिल्ली मेट्रो में तैनात सीआईएसएफ जवान रविंद्र की है। जो इस समय ड्यूटी कर रहा है। 

पुलिस ने गढ़ी ये कहानी 
जानकारी के मुताबिक, मोंठ थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह चौहान ने दो दिन पहले अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक ट्रक सीज कर दिया था। धर्मेंद्र दो दिन की छुट्टी पर कानपुर गए थे। शनिवार रात वह  वापस लौट रहे थे। खनन माफिया पुष्पेंद्र यादव ने इंस्पेक्टर को फोनकर मिलने की बात कही। वह कार से हाईवे पहुंचे। इस दौरान माफिया ने इंस्पेक्टर पर फायर कर दिया। छर्रे लगने से वह घायल हो गए। इसके बाद माफिया कार लूटकर फरार हो गया। घायल इंस्पेक्टर को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। वारदात के बाद पूरे इलाके में नाकाबंदी की गई। इस दौरान पुलिस की पुष्पेंद्र के साथ मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने पुष्पेंद्र पर फायर किया, जिससे वह घायल हो गया। पुष्पेंद्र को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद डीआईजी, एसएसपी समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची।
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9 अक्टूबर को परिजनों से मुलाकात करेंगे अखिलेख
यूपी पुलिस एनकाउंटर पर पूर्व सीएम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कई सवाल खड़े किए हैं। साथ ही 9 अक्टूबर को पीड़ित परिजनों से मुलाकात करने की बात कही है। पुष्पेंद्र की हत्या से नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा काटा है। साथ ही अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़े हुए हैं।  

जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश
झांसी में हुए पुष्पेन्द्र एनकाउंट के विवादित मामले को बड़ता देख जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिये, जिससे हकीकत स्पष्ट हो जायेगी कि पुष्पेन्द्र की एनकाउंटर में मौत हुई या फिर पुलिस ने हत्या की है। पुष्पेंद्र एनकाउंटर में अभी तक परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है। मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मौके पर भारी पुलिस बल और हजारों की संख्या में परिजन व लोग मौजूद हैं। 

सपाईयों ने पुलिस पर लगाा फर्जी होने का आरोप
पुलिस के इस एनकाउंटर के बाद राज्यसभा सांसद डॉ. चन्द्रपाल सिंह यादव समेत अन्य सपाईयों ने फर्जी होने का आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किये हंै।


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Ajay kumar

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