Lucknow News: आज मुख्तार अंसारी के परिवार से मिलेंगे अखिलेश यादव, SP कार्यालय पर लगे पोस्टर में की गई खास अपील

punjabkesari.in Sunday, Apr 07, 2024 - 09:46 AM (IST)

Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव रविवार को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद शहर में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के पैतृक घर जाएंगे और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करेंगे। यादव का दौरा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा अंसारी के घर का दौरा करने के कुछ दिनों बाद हो रहा है। 28 मार्च को मुख्तार अंसार की मौत हो गई। अंसारी परिवार से मिलने वाले पहले राजनीतिक नेताओं में से एक ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी थे। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने पार्टी नेता और पूर्व लोकसभा सांसद धर्मेंद्र यादव और राज्यसभा सांसद बलराम यादव को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद भेजा। दोनों नेताओं ने कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तारी अंसारी की कब्र पर फूल चढ़ाए और उनके आवास पर जाकर परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

SP कार्यालय पर लगे पोस्टर में की गई खास अपील
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सपा नेता राम सुधाकर यादव ने शनिवार को पार्टी की राज्य इकाई कार्यालय के पास मुख्तार अंसारी का एक होर्डिंग लगाया, जिसमें लोगों से ईद नहीं मनाने और मुख्तार अंसारी के लिए दो मिनट का मौन रखने का आग्रह किया गया। बाद में स्थानीय पुलिस ने होर्डिंग हटा दिया। इस दौरान अखिलेश यादव मुख्तार के भाइयों सिबगतुल्लाह अंसारी, जो पूर्व सपा विधायक और गाजीपुर लोकसभा सीट से मौजूदा बसपा सांसद हैं और अफजाल अंसारी, जो सपा के टिकट पर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, से मुलाकात करेंगे। यादव मुख्तार के भतीजे और सपा के मोहम्मदाबाद विधायक सुहैब अंसारी, बेटे उमर अंसारी और परिवार के अन्य सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।

मुख्तार ने गाजीपुर, मऊ, आज़मगढ़ और वाराणसी में मुस्लिम वोटों पर डाला था प्रभाव
बताया जा रहा है कि 2016 में अखिलेश यादव ने अंसारी द्वारा शुरू किए गए कौमी एकता दल (क्यूईडी) के समाजवादी पार्टी में विलय के अपने चाचा शिवपाल यादव के कदम का विरोध किया था। यह जानते हुए कि अंसारी की मृत्यु लोकसभा चुनाव में मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में राजनीतिक दलों के भाग्य पर असर डालेगी, एसपी ने अंसारी के आवास पर उनकी यात्रा की योजना बनाई। मुख्तार ने गाजीपुर, मऊ, आज़मगढ़ और वाराणसी में मुस्लिम वोटों पर प्रभाव डाला। इन जिलों की लोकसभा सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 20 फीसदी है। हालांकि मुख्तार अब नहीं हैं, लेकिन क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं पर उनके परिवार का दबदबा कायम रहने की संभावना है। उनके भाई अफजाल अंसारी, जिन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव बसपा के टिकट पर जीता था, 2024 का लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर लड़ रहे हैं। अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में मऊ विधानसभा सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के टिकट पर जीत हासिल की, जबकि उनके भतीजे सुहैब अंसारी मोहम्मदाबाद सीट से सपा विधायक हैं।


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Content Editor

Anil Kapoor

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