लखनऊः दारुल उलूम नदवातुल उलमा के मदरसे में पहुंची सर्वे टीम, पुस्तकालय का किया निरीक्षण
punjabkesari.in Friday, Sep 16, 2022 - 10:39 AM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर राज्य के मदरसों की बेहतरी के लिए गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में किए जा रहे सर्वे के दौरान गुरुवार को प्रदेश के सबसे पुराने एवं प्रतिष्ठित मदरसों में शुमार दारुल उलूम नदवातुल उलमा का सर्वे किया गया। इसमें मदरसा शिक्षा बोर्ड और जिला प्रशासन की टीम ने इस्लामिक शिक्षा के इस केंद्र का सर्वे किया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सर्वे टीम ने नदवा मदरसे में पूर्व निर्धारित 12 बिंदुओं पर जानकारी जुटाई। इसके अलावा संस्थान के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण भी किया। इस दौरान मदरसे में पढ़ाये जा रहे पाठ्यक्रमों और अन्य सुविधाओं की जानकारी भी एकत्र की गई। सर्वे टीम ने मदरसे में लगभग 2.5 लाख किताबों वाले पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया।पुस्तकालय की सहूलियतों एवं इंतजामों पर सर्वे टीम ने संतोष व्यक्त किया।
गौरतलब है कि सहारनपुर में स्थित शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद के बाद लखनऊ का नदवा, उत्तर भारत में इस्लामिक शिक्षा का सबसे बड़ा केन्द्र है। राज्य सरकार ने मदरसों में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए पहली बार गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराने का फैसला किया है। हालांकि विपक्षी सियासी दलों और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सरकार की इस पहल का विरोध किया है।
सर्वे का काम हुआ पूरा
नदवा के प्रवक्ता मौलाना कमाल अख्तर नदवी ने बताया कि राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की टीम ने संस्थान के सर्वे का काम पूरा किया। उन्होंने कहा कि सर्वे कर रही टीम ने जो जानकारियां मांगी वे सब उन्हें मुहैया करा दी गई हैं। उन्होंने बताया कि सर्वे टीम ने विभिन्न कोर्स के पाठ्यक्रमों, संस्थान की आय व्यय आदि की जानकारी हासिल की।