मोबाइल गेम ने बदल दिया 12 साल के बच्चे का रास्ता! महोबा में घर से लाखों के जेवर लेकर फरार—6 दिन बाद खुला चौंकाने वाला राज

punjabkesari.in Thursday, Dec 25, 2025 - 07:35 AM (IST)

Mahoba Mews: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से ऑनलाइन मोबाइल गेम की लत से जुड़ा एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां महज 12 साल का नाबालिग किशोर मोबाइल गेम खेलने की आदत के चलते अपने ही घर से नकदी और जेवर चोरी कर फरार हो गया। इस घटना ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है और बच्चों में बढ़ती ऑनलाइन गेम की लत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

17 दिसंबर की रात हुई चोरी
जानकारी के अनुसार, यह घटना 17 दिसंबर की रात की है। किशोर ने अपने घर से करीब 40 हजार रुपये नकद और लगभग तीन लाख रुपये कीमत के सोने-चांदी के आभूषण चोरी कर लिए। इसके बाद वह अपने एक दोस्त के साथ घर से फरार हो गया। जब सुबह तक बच्चा घर नहीं लौटा, तो परिवार में हड़कंप मच गया। परिजनों ने आसपास और रिश्तेदारों के यहां काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।

पिता ने दर्ज कराई अपहरण की शिकायत
बच्चे के लापता होने के बाद उसके पिता प्रेमचंद साहू ने कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने अपने ही मोहल्ले के एक लड़के पर बेटे के अपहरण का आरोप लगाया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और इसे अपहरण मानकर छानबीन में जुट गई।

6 दिन बाद सकुशल मिला बच्चा
करीब छह दिन बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली, जब नाबालिग किशोर अपने साथी के साथ सकुशल बरामद हो गया। इसके बाद जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो जो सच्चाई सामने आई, उसने सभी को चौंका दिया।

'फ्री फायर' गेम की लत बनी वजह
किशोर ने बताया कि मोहल्ले की एक महिला अपने घर में बच्चों को मोबाइल पर ऑनलाइन गेम 'फ्री फायर' खेलने देती थी और इसके बदले हर दिन 300 रुपए लेती थी। धीरे-धीरे वह इस गेम का आदी हो गया। जब उसके पास पैसे खत्म हो गए, तो उसने उधार लेकर गेम खेलना शुरू कर दिया। बकाया रकम बढ़ने पर पैसे चुकाने के लिए उसने चोरी करने की योजना बना ली।

जेवर बेचकर चला गया गुरुग्राम
किशोर ने पुलिस को बताया कि चोरी की गई रकम का एक हिस्सा उसने महिला के बेटे को दे दिया, जबकि कुछ सोने-चांदी के जेवर कानपुर में बेच दिए। इसके बाद वह अपने दोस्त के साथ गुरुग्राम चला गया, जहां कुछ दिनों तक रहा। सूचना मिलने पर परिवार उसे वापस लेकर आया और कोतवाली में पेश किया।

बाल न्याय अधिनियम के तहत कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी बच्चा नाबालिग है, इसलिए मामले को बाल न्याय अधिनियम के तहत देखा जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने परिजनों को समझाइश दी है और पूरे मामले की सामाजिक और कानूनी पहलुओं से जांच की जा रही है।

मोहल्ले में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद परिवार और स्थानीय लोगों में गुस्सा और चिंता दोनों देखने को मिल रही है। लोगों का कहना है कि मोहल्ले में बच्चों से पैसे लेकर मोबाइल गेम खिलवाना बेहद गलत है और इससे बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि संबंधित महिला से पूछताछ कर उचित कार्रवाई की जाए, ताकि आगे कोई और बच्चा इस तरह की लत का शिकार होकर गलत रास्ते पर न जाए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Anil Kapoor

Related News

static