मनोज तिवारी ने घायल अवस्था में वाराणसी पहुंच बांधा गायिकी का समां, विपक्ष पर साधा जमकर निशाना

punjabkesari.in Wednesday, Oct 13, 2021 - 11:21 AM (IST)

वाराणसी: राजेंद्र प्रसाद घाट पर चल रहे नवरात्र महोत्सव की छठी संध्या में लोकगायक मनोज तिवारी के देवी गीतों पर श्रद्धालू झूम उठे। सिर में चोट लगने के बाद भी मनोज तिवारी ने महोत्सव में पहुंचकर अपनी गायिकी से 4 चांद लगा दिए। दरअसल, मनोज तिवारी मंगलवार को दिल्ली में सीएम आवास के सामने छठ पूजा बैन करने पर धरना दे रहे थे। धरने के दौरान पुलिस द्वारा वाटर कैनन के इस्तेमाल से वह गिर गए थे, जिससे उन्हें कान में चोट आई है।

वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचे मनोज तिवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं बहुत तकलीफ में आज काशी आया हूं। केजरीवाल हिंदू धर्म के पर्व और त्योहारों के खिलाफ जो गलत नीति चला रहे हैं, उसे उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड के लोगों के देखना चाहिये कि ये व्यक्ति कितना बड़ा संस्कृति विरोधी है।उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार लोगों का विश्वास भाजपा में बढ़ा है, वो पहले कभी नहीं देखा गया कि पांच साल काम करने के बाद कोई सरकार इतनी लोकप्रीय हो गई हो। महिलाओं, युवाओं, किसानों, विद्यार्थियों और व्यापारियों में अब सुरक्षा की भावना है। सबको अपने ढंग से काम करने की पूरी छूट है। यूपी में जो पूरानी राजनीत चलती थी वो अब खत्म हो चुकी है। 

मनोज तिवारी ने कहा कि अखिलेश यादव पहले अपने परिवार को संभाल ले फिर राजनीति देखें। विपक्षियों की नजर बराबर हो तब जनता इन्हें बराबरी पर देखेगी। वहीं लखीमपूर की घटना पर प्रियंका गांधी द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसमें उच्चसतरीय जांच हो रही है। जूडिशियल जांच हो रही है। दोषियों पर कार्रवाई भी होगी, लेकिन राजस्थान में एक दलित की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई क्या वो प्रियंका गांधी को दिखता है। साधू-संतों के साथ मॉब लिंचिंग होती है तब इन्हें दिखता है। विपक्षियों की नजर बराबर हो तब जनता इन्हें बराबरी पर देखेगी।


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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