सिर्फ 14 साल में 10 करोड़ की मालकिन! सपा नेता की इंस्पेक्टर बीवी पर लटकी कानून की तलवार, खुला बड़ा घोटाला
punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 09:16 AM (IST)

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में भ्रष्टाचार के एक बड़े और चौंकाने वाले मामले का खुलासा हुआ है। एंटी करप्शन विभाग ने बरेली में तैनात महिला इंस्पेक्टर नरगिस खान के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र में की गई है। जांच में सामने आया है कि नरगिस खान ने पिछले 14 सालों में लगभग 10.59 करोड़ रुपए की संपत्ति अर्जित की है, जबकि उनकी कुल वैध आय केवल 5.36 करोड़ रुपए ही थी।
कौन हैं नरगिस खान?
नरगिस खान समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता सुरेश उर्फ शेखर की पत्नी हैं। सपा सरकार के दौरान वह कई प्रभावशाली और मलाईदार पदों पर तैनात रहीं। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने अपने रसूख और राजनीतिक पहुंच का गलत फायदा उठाया और संपत्तियां इकट्ठा कीं। उनके पति सुरेश भी सपा के दौरान एक मजबूत और रसूखदार नेता माने जाते थे।
14 साल में 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति
एंटी करप्शन विभाग की लंबी जांच में पाया गया कि नरगिस खान ने अपनी आय से कहीं ज्यादा संपत्ति बनाई है। उनके नाम मेरठ के शास्त्रीनगर में एक आलीशान मकान है। गढ़ रोड पर नंदिनी बार, जो नौचंदी थाना क्षेत्र में आता है, भी उन्हीं की संपत्ति है। इसके अलावा, कई अन्य चल और अचल संपत्तियां भी उनके और परिवार के पास पाई गई हैं। संपत्तियों की जांच अभी भी जारी है।
पहले भी घिरी रही हैं विवादों में
नरगिस खान का नाम पहले भी कई विवादों और आपराधिक मामलों में आ चुका है। साल 2021 में, उन्हें और उनके पति को लखनऊ के अलीगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया था। आरोप था कि उन्होंने एक सेवानिवृत्त उप श्रमायुक्त की पत्नी से 1.72 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी। उन पर अपने पद और रसूख का गलत इस्तेमाल कर जांच को प्रभावित करने के आरोप भी लगे थे। एक अन्य मामले में सिपाही से जूते पहनाने और रेलवे स्टेशन से बरामद बच्ची को भिखारी गैंग को सौंपने की शिकायतें भी सामने आई थीं।
भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई
एंटी करप्शन विभाग ने लंबी और गहन जांच के बाद नरगिस खान के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया। उनकी संपत्ति के दस्तावेज, बैंक खाते, लेन-देन और अन्य रिकॉर्ड की पूरी छानबीन की गई। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अब उनसे यह पूछा जाएगा कि इतनी संपत्ति उन्होंने कैसे अर्जित की। अगर वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मेरठ मेडिकल थाने में दर्ज हुआ केस
यह मामला मेरठ के मेडिकल थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस और जांच एजेंसियों के मुताबिक, अभी और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। यह कार्रवाई राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के सख्त रुख का उदाहरण माना जा रहा है।