शामली में बावरिया गैंग का खौफ खत्म: इनामी सरगना मिथुन एनकाउंटर में ढेर, कार्बाइन-पिस्टल बरामद—जानिए पूरी क्राइम कुंडली!

punjabkesari.in Tuesday, Dec 02, 2025 - 11:47 AM (IST)

Shamli News (पंकज मलिक): उत्तर प्रदेश के शामली जिले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। सोमवार देर रात झिंझाना के बिडोली जंगल में हुई मुठभेड़ में बावरिया गिरोह का सरगना मिथुन ढेर हो गया। उसके खिलाफ सवा लाख रुपए का इनाम रखा गया था। इस मुठभेड़ में एसओजी के एक हेड कांस्टेबल घायल हुए, जबकि झिंझाना थाना प्रभारी की जान बाल-बाल बच गई। मौके पर एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने स्थिति का जायजा लिया।

पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए घेरा
एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, रात को सूचना मिली कि मिथुन और उसका गिरोह वेदखेड़ी–मंसूरा मार्ग पर किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। इसके बाद झिंझाना पुलिस और एसओजी की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को देखकर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मिथुन ढेर हो गया, जबकि उसका साथी राहुल अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पुलिस अब उसकी तलाश कर रही है।

मुठभेड़ में घायल और जान बची
मुठभेड़ के दौरान एसओजी हेड कांस्टेबल हरविंदर को गोली लगी, उन्हें ऊन सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहीं, झिंझाना थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना की जैकेट में गोली लगी, लेकिन गोली जैकेट से नहीं भेद सकी, जिससे उनकी जान बच गई। पुलिस ने मृतक बदमाश के पास से कार्बाइन और मेड इन इटली पिस्टल बरामद की। मिथुन पर शामली पुलिस की ओर से ₹1,00,000 और बागपत पुलिस की ओर से ₹25,000 का इनाम रखा गया था।

अपराधों की लंबी लिस्ट
मिथुन के खिलाफ हत्या, लूट और 20 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह कांवड़ यात्रा के दौरान बागपत में एक महिला से लूट की वारदात में भी शामिल था। साल 2017 में झिंझाना में हुए भारत कुमार हत्याकांड में भी उसका नाम आया था। इसके अलावा मिथुन और उसका गिरोह तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली, जयपुर और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अपराध करता रहा। पुलिस के अनुसार, मिथुन का मकसद कई राज्यों में अपना प्रभाव और खौफ फैलाना था। अब पुलिस फरार साथी राहुल और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।


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Content Editor

Anil Kapoor

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