Ramcharitmanas पर विवादित बयान को लेकर चौतरफा घिरे पिता के बचाव में आईं BJP MP संघमित्रा मौर्य
punjabkesari.in Wednesday, Jan 25, 2023 - 04:16 PM (IST)
बदायूं: रामचरितमानस (Ramcharitmanas) की कुछ चौपाइयों को लेकर आपत्ति दर्ज कराकर विरोधियों के निशाने पर आए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के समर्थन में आज उनकी बेटी और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) की सांसद संघमित्रा मौर्य (Sanghamitra Maurya) सामने आयीं। संघमित्रा मौर्य (Sanghamitra Maurya) ने यहां पत्रकारों द्वारा उनके पिता (Father) से जुड़े इस विवाद को लेकर जब सवाल पूछा तो उन्होंने कहा ‘‘हम तो हर चीज को सकारात्मक दृष्टि से लेते हैं जिनको आपत्ति हो रही है उन्हें सकारात्मक दृष्टि से देखना चाहिए कि जो व्यक्ति भगवान राम (Lord Ram) में नहीं भगवान बुद्ध (Lord Buddha) में विश्वास रखता हो, वह व्यक्ति भाजपा में 5 साल रहने के बाद भगवान राम में आस्था कर रहे हैं और भगवान राम में आस्था करने की वजह से ही राम चरित मानस को पढ़ा। हम सब स्कूलों से ही सीखते आ रहे है कि यदि कोई डाउट हो तो उसका क्लियर फिकेशन होना चाहिए ताकि आगे हमें किसी तरह की कोई दिक्कत न आए।
यह विषय मीडिया में बैठकरके बहस का नहीं विश्लेषण का है: संघमित्रा मौर्य
उन्होंने कहा कि पिता जी ने राम चरित मानस को पढ़ा और उन्होंने अगर उस लाइन को कोड किया, तो शायद इसलिए कोड किया होगा हालांकि मेरी इस सम्बंध में उनसे बात नहीं हुई है, क्योंकि वह लाइन स्वयं भगवान राम के चरित्र के विपरीत है। जहां भगवान राम ने शबरी के झूठे बेर खाकर के जाति को महत्व नहीं दिया वहीं पर उस लाइन में जाति का वर्णन किया गया है। उस लाइन को उन्होंने डाउट फुल दृष्टि से कोड करके स्पष्टीकरण मांगा तो हमें लगता है स्पष्टीकरण होना चाहिए। बहुत से विद्वान हैं और यह विषय मीडिया में बैठकरके बहस का नहीं है हमें लगता है विश्लेषण का बिषय है। इस पर विद्वानों के साथ बैठकर चर्चा होनी चाहिए कि वह लाइन है तो उसका क्या अर्थ है? और उसका क्या मतलब है?
रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर विरोधियों के निशाने पर आ गए स्वामी प्रसाद मौर्य
भाजपा सांसद से सवाल किया गया कि आपको यह नहीं लगता कि बार बार कुछ ब्यान स्वामी जी के कुछ ऐसे विवादों में जाते हैं, कुछ वह ज्यादा एग्रेसिव हो जाते हैं । इस पर भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा ‘‘यह तो नहीं पता हमें विवाद में क्यों आते हैं। शायद उसका रीजन एक यह भी हो सकता है कि हम ताड़ के बैठे हों कि ये कुछ भी बोलें और हम इन पर हमला करें। हमने आपसे अभी पूर्व में भी कहा कि वह हमारे पिता हैं इसलिए मैं उनका बचाव नहीं कर रही हूं, बल्कि मैं कह रही हूं कोई भी व्यक्ति किसी भी बात को बोलता है तो उसकी बात को जब तक हम पूरी तरह समझ न लें हमें टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।'' गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपना एक अहम स्थान रखने वाले और बसपा से लेकर भाजपा और अब सपा से राजनीति करने वाले कद्दावर और समाजवादी पार्टी से विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर आपत्ति की तो चारों और चर्चा होने लगी और स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विरोधियों की निशाने पर आ गए थे।