बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की बैरक का एक साल बाद खुलेगा ताला, कोर्ट के आदेश पर परिवार को मिलेगा सामान

punjabkesari.in Friday, Mar 28, 2025 - 10:47 AM (IST)

Banda News: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद रहे पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का नाम एक बार फिर चर्चा में आ गया है। पिछले साल 28 मार्च को उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई थी, जिसके बाद उनकी बैरक को जज और मजिस्ट्रेट की निगरानी में सील कर दिया गया था। अब एक साल बाद, कोर्ट ने जेल प्रशासन को आदेश दिया है कि मुख्तार की बैरक में रखे सामान को उनके परिजनों को सौंपा जाए। इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सामान का लिखापढ़ी में हस्तांतरण किया जाएगा।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जेल प्रशासन ने कोर्ट का आदेश मिलने के बाद मुख्तार अंसारी के परिजनों को एक पत्र लिख दिया है। इसके अलावा, मुख्तार की मौत के मामले में चल रही मजिस्ट्रेट और ज्यूडिशियल जांच भी बंद कर दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोई गड़बड़ी नहीं मिली और मुख्तार की मौत हार्ट अटैक से हुई थी।

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत
मुख्तार अंसारी को अप्रैल 2021 में पंजाब के रोपड़ जेल से बांदा जेल शिफ्ट किया गया था और तब से वह बांदा जेल की बैरक नंबर 16 में बंद थे। पेशी के लिए कुछ बार उन्हें कोर्ट में लाया गया, लेकिन उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी की गुहार लगाई। इस दौरान, उन्होंने जेल और जिला प्रशासन के अधिकारियों पर गंभीर आरोप भी लगाए थे। बता दें कि 26 मार्च 2024 को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें बांदा के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। चेकअप के बाद उन्हें फिर से जेल भेज दिया गया, लेकिन 28 मार्च 2024 को उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई। जेल प्रशासन ने उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपातकालीन बैठक बुलाई।

परिजनों का आरोप
मुख्तार अंसारी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर खाने में जहर देने और उचित इलाज न करने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद मजिस्ट्रेट और ज्यूडिशियल जांच के आदेश दिए गए थे। दोनों जांच में परिजनों के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई, और रिपोर्ट शासन को भेज दी गई।

मुख्तार अंसारी की बैरक खोलकर सामान परिजनों को सौंपा जाए: कोर्ट
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनकी बैरक को सील कर दिया गया था। अब बांदा की कोर्ट ने आदेश दिया है कि उनकी बैरक खोलकर सामान परिजनों को सौंपा जाए। परिजनों ने सुरक्षा के खतरे का हवाला देते हुए एक वकील को नामांकित किया है, जो बैरक में जाकर सामान का हस्तांतरण करेगा। इस प्रक्रिया का पूरा ध्यान रखा जाएगा, ताकि सब कुछ सही तरीके से हो सके।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Anil Kapoor

Related News

static