ललितपुर दुष्कर्म मामला: पाली थाने में नया स्टाफ तैनात, थाना प्रभारी को अदालत में किया गया पेश

punjabkesari.in Thursday, May 05, 2022 - 06:05 PM (IST)

ललितपुर: जिले के पाली थाना परिसर में 13 साल की दुष्कर्म पीड़िता के मामले में बृहस्पतिवार को नये स्टाफ की तैनाती कर दी गयी है। कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोपी निलंबित थाना प्रभारी निरीक्षक को आज (बृहस्पतिवार) को पुलिस संबंधित अदालत में पेश किया । इस बीच थाने में नये स्टाफ की तैनाती कर दी गयी हैं। निलंबित एसएचओ को पिछले दिन प्रयागराज में गिरफ्तार कर यहां लाया गया था। इसके पहले पाली थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को डीआईजी (पुलिस उप महानिरीक्षक) जोगेंद्र कुमार ने लाइन हाजिर कर दिया था, अब इस थाने का प्रभार निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह को बनाया गया है और पूर्व की भांति पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। ललितपुर के पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक ने बताया कि थाना परिसर में 13 साल की दुष्कर्म पीड़िता के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने के आरोपी पूर्व थाना प्रभारी तिलकधारी सरोज को पुलिस टीम ने प्रयागराज से बुधवार को गिरफ्तार किया था।

उन्होंने कहा कि आरोपी पुलिस अधिकारी को सक्षम अदालत में आज पेश किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पीड़िता की मौसी और सामूहिक बलात्कार के आरोपी दो युवकों को बुधवार को ही अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। एसपी पाठक ने बताया कि इस सिलसिले में डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने पूरे थाना स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया था, अब धर्मेंद्र सिंह को पाली थाने का नया प्रभारी नियुक्त कर अन्य पुलिसकर्मियों की भी तैनाती कर दी गई है।

इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उप्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी नोटिस जारी किया था और उन्हें इस संबंध में चार सप्ताह के भीतर एक रिपोर्ट देने को कहा था। विपक्षी समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस ने घटना पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि महिलाओं को अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए कहां जाना चाहिए और किस पर भरोसा करना चाहिए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को ललितपुर का दौरा किया था और जिला अस्पताल में दुष्कर्म पीड़िता से मुलाकात की थी । बसपा प्रमुख मायावती और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया था

 इस बीच उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा था आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी । बलात्कार पीड़िता के माता-पिता मजदूर हैं। गौरतलब है कि लखनऊ और ललितपुर में पुलिस सूत्रों ने बताया था कि लड़की की मां का आरोप है कि 22 अप्रैल को चार लोग उसकी बेटी को भोपाल ले गए थे जहां उन्होंने तीन दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद उसे पाली थाने के बाहर छोड़कर भाग गए।


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Ramkesh

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