Noida 2020: भारत के सबसे बड़े जेवर हवाई अड्डे, फिल्म सिटी के निर्माण के काम पर पड़ा असर

punjabkesari.in Friday, Jan 01, 2021 - 05:49 PM (IST)

नोएडा: कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण 2020 में उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्धनगर जिले में भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डे और नई फिल्म सिटी से जुड़े कार्यों पर भी असर पड़ा लेकिन बाद के दिनों में इसके काम में तेजी आई। अपराध के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले नोएडा में जनवरी में पुलिस के लिए आयुक्त पद की शुरुआत की गयी। पुलिस की कार्रवाई के कारण छोटे मोटे और बर्बर किस्म के अपराध के मामलों में कमी आई। पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने 30 दिसंबर को अपराध संबंधी आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिले में आपराधिक घटनाओं में कमी आयी है और नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए पुलिसकर्मी लगातार काम कर रहे हैं।

जिले में पहले पुलिस की कमान एसएसपी के हाथों में थी लेकिन राज्य सरकार ने गोपनीय ‘सूचनाएं' सार्वजनिक होने पर आईपीएस अधिकारी वैभव कृष्ण को पद से हटा दिया। यह कार्रवाई ऐसे समय हुई थी, जब कुछ दिन पहले ही उन्होंने पुलिस व्यवस्था के भीतर कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार जिले का दौरा किया। मार्च के पहले सप्ताह में नोएडा में कोरोना वायरस का पहला मामला आया और इसके बाद महामारी की रोकथाम के लिए चिकित्सा तंत्र और प्रशासन ने जोर-शोर से कवायद शुरू की दी।

इस दौरान जिलाधिकारी ब्रजेश नारायण सिंह समेत कई अधिकारियों का तबादला भी हुआ। जिलाधिकारी पद पर सुहास एल वाई की नियुक्ति हुई। उन्होंने विभिन्न कदम उठाते हुए अप्रैल में अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को छोड़कर दिल्ली से आवाजाही पर रोक लगा दी। इस कदम से लोगों को असुविधा हुई लेकिन संक्रमण दर में गिरावट आने लगी। साल के अंतिम दिन तक नोएडा में संक्रमण के कुल मिलाकर 25,000 मामले आए और कुल 90 लोगों की मौत हुई। नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए 2018 में केंद्र ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी। हवाई अड्डे का काम इस साल शुरू होगा।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ अरूण वीर सिंह ने दिसंबर में बताया, ‘‘परियोजना निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक आगे बढ़ रही है और 2023 से पहली उड़ान शुरू होने की संभावना है। दिसंबर 2023 में या जनवरी 2024 में शुरूआत हो जाएगी।'' अधिकारियों के मुताबिक आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी परियोजना फिल्म सिटी के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम चल रहा है और मार्च तक इसके तैयार होने की संभावना है।

लॉकडाउन के दौरान कारोबार, व्यापार पर असर पड़ा और प्रवासी मजदूरों, गरीब लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कतें हुई। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हजारों कामगार बेरोजगार हो गए। संकट देख हजारों लोग अपने गृह राज्यों में चले गए। हालांकि इस दौरान सरकारी एजेंसियों और कई अन्य गैर सरकारी संगठनों ने जरूरतमंद लोगों की मदद भी की। लॉकडाउन के दौरान पुलिस की हेल्पलाइन ‘112' पर हजारों लोगों ने कॉल कर मदद मांगी। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच एक और कॉरिडोर के लिए मंजूरी मिल गयी। उत्तर प्रदेश सरकार के नए धर्मांतरण निरोधक कानून के बाद नोएडा में दो अलग-अलग मामलों में पांच लोगों की गिरफ्तारियां हुई।


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Umakant yadav

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