अॉफ द रिकॉर्ड: बसपा के उभार से कांग्रेस चिंतित

punjabkesari.in Saturday, Dec 01, 2018 - 10:48 AM (IST)

लखनऊ:  इस बात को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है कि चुनाव के अंतिम क्षण में मायावती ने मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस संग बातचीत बंद क्यों कर दी? इस गठबंधन के नहीं बनने के पीछे कोई आधिकारिक कारण भी नहीं बताया गया है। हालांकि, कांग्रेस दबी जुबान में यह आरोप लगा रही है कि मायावती भाजपा के हाथों में खेल रही हैं, लेकिन सच इसके विपरीत है।

मायावती ने पहले तो दोनों राज्यों में कांग्रेस से सम्मानजनक सीटों की मांग की थी और उनकी दूसरी शर्त थी कि राजस्थान में उन्हें कम से कम 25 सीटें हासिल हों। कांग्रेस ने मायावती की इस मांग को यह कह कर ठुकरा दिया कि राजस्थान में पार्टी का कोई जनाधार नहीं है, इसलिए गठबंधन केवल एमपी व छत्तीसगढ़ में ही होगा, लेकिन अब मायावती की रैलियों में उमड़ रहे जनसैलाब से कांग्रेस काफी चिंतित दिख रही है।

शुरुआत में कांग्रेस को यहां 135-140 सीटों की उम्मीद थी जो अब मात्र 112 सीटें ही जीतती हुई दिख रही है। भाजपा के लिए मध्य प्रदेश महत्वपूर्ण है। संघ व भाजपा ने देश भर से कम से कम 5 लाख कार्यकर्ताओं को मध्य प्रदेश में भेजा था, क्योंकि उन्हें पता है कि विधानसभा में भाजपा की हार लोकसभा चुनावों को भी प्रभावित करेगी।


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Anil Kapoor

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