कारोबारी पंकज महिंद्रा अपहरण मामलाः अंडरवर्ल्ड माफिया डान बबलू श्रीवास्तव की हाईकोर्ट में हुई पेशी
punjabkesari.in Tuesday, Oct 17, 2023 - 09:38 PM (IST)

प्रयागराज : कारोबारी पंकज महिंद्रा अपहरण व 10 करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में बरेली जेल में बंद अंडरवर्ल्ड माफिया डान बबलू श्रीवास्तव को पुलिस की कड़ी सुरक्षा में बरेली जेल से कौशाम्बी ले जाया गया। जहां रात भर जेल में रहने के बाद सोमवार को भारी सुरक्षा में बबलू श्रीवास्तव समेत अन्य आरोपितों को दो बजे के बाद इलाहाबाद जनपद न्यायालय के गैंगस्टर कोर्ट में विशेष न्यायधीश विकास कुमार श्रीवास्तव की कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के दौरान कचहरी में कड़ी सुरक्षा रही। कोर्ट में डॉन के बयान दर्ज किये गए। कोर्ट ने आरोपी विनीत परिहार, सच्चिदानंद यादव, चंद्रप्रकाश व संदीप चौधरी के बयान दर्ज किये। कोर्ट ने आरोपी बबलू से कई सवाल किए । मंगलवार को फिर से सुनवाई होगी। हालांकि, बबलू की पेशी नहीं होगी। गाजीपुर के रहने वाले बबलू श्रीवास्तव को पेशी पर बरेली जेल से प्रयागराज की गैंगस्टर कोर्ट लाया गया। बबलू श्रीवास्तव को देर रात प्रयागराज से वापस बरेली जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
पांच सितंबर 2015 की रात दुकान बंद करके कार से घर जा रहे सराफा व्यवसायी का अपहरण कर लिया गया था। सराफा व्यवसायी पंकज महिंद्रा की जवाहर स्क्वायर कोतवाली क्षेत्र में ज्वैलरी की दुकान थी। बदमाशों ने उनकी कार संगम स्थित बंधवा में लेटे हनुमान मंदिर के पास छोड़ दी थी। उनके परिवार वालो से 10 करोड़ रुपये फिरौती के मांगे गए थे। बाद में पुलिस ने फतेहपुर जिले के एक फार्म हाउस में रात को छापा मारा तो सराफ पंकज महिंद्रा पाए गये थे। पुलिस ने उस दौरान मौके से माफिया के भांजे विकल्प श्रीवास्तव उर्फ गोलू पुत्र तरुण कुमार श्रीवास्तव, गोरखपुर निवासी महेंद्र यादव, सच्चिदानंद यादव उर्फ सचिता, बरेठी थाना थरवई निवासी चंद्रमोहन उर्फ बब्लू यादव को गिरफ्तार किया था।
अगर मिली फाइल तो फिर खुलेगा केस
30 साल पहले उसके साथी राजू भटनागर मुठभेड़ मामले में बहैसियत सरकारी वकील मुकदमा लड़ चुके मौजूदा जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) गुलाब चंद्र अग्रहरि का कहना है कि अपहरण किंग की उस फाइल की तलाश की जा रही है। अगर फाइल मिली तो फिर से खोली जाएगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी की जीरो टोरलेंस की नीति तहत किसी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। मामले नए हो या पुराने कोई बचेगा नहीं । वह बताते हैं कि लखनऊ से माफिया का पीछा करने वाले आईपीएस एसएन सिंह पक्का की बृजमोहन के मामले में इलाहाबाद आईजी रहते हुए गवाही हुई थी।