स्कूल में पंखुड़ी त्रिपाठी को मिला एडमिशन, छात्रा ने CM योगी को दिया धन्यवाद

punjabkesari.in Monday, Jul 07, 2025 - 05:22 PM (IST)

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद सोमवार को गोरखपुर की छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी कंधों पर बस्ता टांगे फिर से स्कूल पहुंची। चार माह पहले आर्थिक तंगी के कारण स्कूल की फीस नहीं भर पाने के कारण पंखुड़ी की पढ़ाई छूट गई थी। शहर के पक्की बाग इलाके की निवासी पंखुड़ी के लिए यह भावुक पल था। विद्यालय के पहले दिन पंखुड़ी के पिता राजीव त्रिपाठी उसे सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल लेकर गए और मां मीनाक्षी ने टिफिन में उसकी पसंदीदा पूड़ी-सब्जी दी।

 पहले प्राचार्य ने फीस माफ करने से इनकार किया था
 मां ने कहा, ‘‘यह उसका पहला दिन है। मैंने वही बनाया, जो उसे पसंद है।'' स्कूल जाने से पहले, सातवीं कक्षा की छात्रा ने अपने माता-पिता के पैर छुए और कृतज्ञता में हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। पंखुड़ी ने कहा, ‘‘वह (आदित्यनाथ) अपना वादा निभाते हैं।'' यह मामला उस समय चर्चा में आया, जब एक जुलाई को गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री के जनता दर्शन के दौरान पंखुड़ी ने अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए फीस में छूट का अनुरोध किया। उसके अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उसकी शिक्षा बाधित नहीं होगी। हालांकि, आश्वासन के बावजूद स्कूल ने अगले चार दिन तक कोई जवाब नहीं दिया। पांच जुलाई को पंखुड़ी और उसका परिवार औपचारिक आवेदन लेकर स्कूल गया, लेकिन प्राचार्य ने कथित तौर पर फीस माफ करने से इनकार कर दिया।

अखिलेश ने मदद के लिए बढ़ाया था हाथ
उसी दिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘एक्स' पर भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘जो लोग चंदा इकट्ठा करने में व्यस्त हैं, उनसे किसी बच्ची की फीस माफ करने की उम्मीद नहीं की जा सकती। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के नारे के पीछे यही असली चेहरा है।'' मगर, छह जुलाई की शाम को परिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक अमरकांत सिंह के कार्यालय से एक फोन कॉल आया, जिसमें बताया गया कि पंखुड़ी सोमवार से स्कूल फिर से जा सकती है

सीएम योगी के आदेश पर फीस हुई माफ
छात्रा के पिता राजीव ने कहा, ‘‘हमें औपचारिक प्रवेश पत्र भी मिल गया है। हम मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के आभारी हैं कि उन्होंने अपना वादा पूरा किया, भले ही इसमें कुछ दिन लग गए।'' छात्रा ने संवाददाताओं से कहा, "मैं स्कूल वापस जाकर बेहद खुश हूं। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अपने प्राचार्य और उप प्राचार्य को धन्यवाद देती हूं। मुख्यमंत्री ने मुझे आश्वासन दिया था कि मेरी पढ़ाई जारी रहेगी और मेरी स्कूल फीस माफ कर दी जाएगी।" उसने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के प्रतिनिधियों ने वित्तीय सहायता के लिए उससे संपर्क किया था। उसने कहा, "लेकिन मैंने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया क्योंकि मुख्यमंत्री योगी ने अपना वादा पूरा किया और मेरा प्रवेश सुनिश्चित किया।" लड़की द्वारा आदित्यनाथ की प्रशंसा और यादव की आलोचना करने का वीडियो वायरल होने के बाद, सपा प्रमुख यादव ने सोमवार को गोरखपुर के प्रशासनिक अधिकारियों को बच्चों को राजनीति में शामिल न करने की सलाह दी।

  वायरल वीडियो पर अखिलेश आया रिएक्शन   
लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में यादव ने एक वायरल वीडियो का जिक्र किया, जिसमें आर्थिक तंगी के कारण स्कूल छोड़ चुकी एक बच्ची यह कहते हुए सुनाई दे रही है, "योगी अच्छे हैं, अखिलेश बुरे।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "मैंने वीडियो देखा। हमने बच्ची की मदद की, लेकिन उसने कहा कि योगी जी अच्छे हैं और मैं बुरा हूं। अब तक मैं यही मानता था कि बुरे होते हुए भी मैं अच्छा हूं। मैं बहन, बेटी का शुक्रिया अदा करता हूं कि उसने मुझे दिखाया कि हम वाकई बुरे हैं। मुसीबत में मदद करने वाले बुरे होते हैं।

गोरखपुर की छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी के बयान पर भावुक हुए अखिलेश
प्रशासन से संयम बरतने की अपील करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "बच्चों का इस्तेमाल राजनीति के लिए नहीं किया जाना चाहिए। यह एक खतरनाक खेल है। कोई नहीं जानता कि कब वफादारी बदल जाए या कब निजी स्वार्थ हावी हो जाएं। हालात सब कुछ बदल सकते हैं।" उन्होंने कहा, "यह बड़ों का खेल है। सरकार, आईएएस अधिकारियों और गोरखपुर के जिलाधिकारी से मेरा बस एक ही अनुरोध है - बच्चों को इसमें न घसीटें।" यादव ने कहा, "मुझे लगता है कि मुझे भी खुद को सुधारने के लिए दो या तीन हफ़्ते की छुट्टी ले लेनी चाहिए। अभी, मैं ही बुरा हूं।


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Content Writer

Ramkesh

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