IIT Kanpur में PhD की छात्रा ने फंदे से लटककर दी जान, सुसाइड नोट बरामद

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2024 - 06:06 PM (IST)

कानपुर: उत्तर प्रदेश में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में पीएचडी की पढ़ाई कर रही 28 वर्षीय एक छात्रा ने बृहस्पतिवार को छत के हुक से फंदा लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, आईआईटी कानपुर में पिछले एक वर्ष में आत्महत्या का यह चौथा मामला है। कानपुर के सनिगवां की रहने वाली प्रगति खरया संस्थान में पृथ्वी विज्ञान में पीएचडी कर रही थीं। पुलिस ने बताया कि उसने अपने छात्रावास के हॉल संख्या-चार के कमरे डी-116 में रात के समय आत्महत्या कर ली लेकिन मामला बृहस्पतिवार दोपहर प्रकाश में आया। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को दोपहर करीब 12 बजे पीएचडी छात्रा द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिली।

कमरे से सुसाइड नोट बरामद 
उन्होंने बताया कि आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद पुलिस वहां पहुंची और पाया कि प्रगति के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। सहायक पुलिस आयुक्त (कल्याणपुर) अभिषेक पांडे ने बताया कि दरवाजा तोड़ने पर महिला का शव पंखे से लटका हुआ मिला, जिसके बाद फोरेंसिक टीम को साक्ष्य जुटाने के लिए बुलाया गया। अधिकारी ने बताया कि कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है, जिसमें छात्रा ने अपने इस कदम के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। उन्होंने बताया कि छात्रावास के कमरे से मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है, जिससे पुलिस को आत्महत्या के पीछे के रहस्य को सुलझाने में मदद मिल सकती है।

फोरेंसिक टीम जांच में जुटी 
पांडे ने बताया कि आत्महत्या के पीछे के संभावित कारणों का खुलासा प्रारंभिक जांच और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद ही हो पाएगा। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आईआईटी कानपुर द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, संस्थान पृथ्वी विज्ञान विभाग की पीएचडी छात्रा प्रगति खरया के दुखद और असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करता है। खरया ने दिसंबर 2021 में पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश लिया था। बयान के मुताबिक, मौत की परिस्थितियों की जांच करने के लिए पुलिस की एक फोरेंसिक टीम ने परिसर का दौरा किया है और संस्थान कारण का पता लगाने के लिए पुलिस जांच के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहा है। इससे पहले संस्थान में इस वर्ष तीन अन्य विद्यार्थी भी यह कदम उठा चुके हैं।


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Content Writer

Ramkesh

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