PM मोदी बोले- विविधताओं का संगम भारत को अनंतकाल तक रखेगा ऊर्जावान

punjabkesari.in Sunday, Apr 30, 2023 - 01:03 AM (IST)

वाराणसी: गंगा-पुष्करालु उत्सव (Ganga Pushkaralu festival) की शुभकामनाएं देते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को कहा कि आजादी का ये अमृतकाल देश की विविधताओं का, विविध धाराओं का संगमकाल है। विविधताओं के इन संगमों से राष्ट्रीयता का अमृत निकल रहा है, जो भारत को अनंत भविष्य तक ऊर्जावान रखेगा।
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मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये उत्सव को संबोधित करते हुये कहा कि काशी के घाट पर ये गंगा-पुष्करालु उत्सव, गंगा और गोदावरी के संगम की तरह है। ये भारत की प्राचीन सभ्यताओं, संस्कृतियों और परम्पराओं के संगम का उत्सव है। कुछ महीने पहले यहीं काशी की धरती पर काशी-तमिल संगमम् का आयोजन भी हुआ था। अभी कुछ ही दिन पहले मुझे सौराष्ट्र-तमिल संगमम् में भी शामिल होने का सौभाग्य मिला है। तब मैंने कहा था, काशी से जुड़ा हर व्यक्ति जानता है कि काशी और काशीवासियों का तेलुगू लोगों से कितना गहरा रिश्ता है।
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प्रधानमंत्री ने गंगा पुष्करालू में आए श्रद्धालुओं का स्वागत कर कहा कि आप सब काशी में आए हैं, इसलिए इस यात्रा में आप व्यक्तिगत रूप से मेरे भी अतिथि हैं। काशी के खान-पान लस्सी, बाटी चोखा आदि का जिक्र कर मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम, गंगा घाटों, सड़कों सहित काशी में हुए विकास और पहले की दुश्वारियों को भी बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले भी काशी आने वाले श्रद्धालु काशी में हुए बदलाव को देख रहे है। उन्होंने कहा कि कोई शहर इतना दूर होने के बाद भी दिलों के करीब है। यहीं भारत की विशेषता है। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना’ साकार होती है।
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मोदी ने कहा कि कुछ महीने पहले इसी धरती पर काशी तमिल संगम का आयोजन भी हुआ था। अभी कुछ ही दिन पहले मुझे सौराष्ट्र तमिल संगम में भी शामिल होने का सौभाग्य मिला। तब मैंने कहा था, ये अमृतकाल देश की विविधताओं का और धाराओं का संगम काल है। ये भारत की प्राचीन सभ्यताओं, संस्कृतियों और परंपराओं के संगम का उत्सव है। विविधताओं के इन संगमों से राष्ट्रीयता का अमृत निकल रहा है, जो भारत को अनंत भविष्य तक ऊर्जावान रखेगा।


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Content Writer

Mamta Yadav

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