लखनऊ में आज रचेगा इतिहास! अटल जयंती पर PM मोदी करेंगे ''राष्ट्र प्रेरणा स्थल'' का लोकार्पण—क्या है इस भव्य स्मारक की सबसे बड़ी खासियत?
punjabkesari.in Thursday, Dec 25, 2025 - 06:34 AM (IST)
Lucknow News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार, 25 दिसंबर 2025 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का भव्य उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी दोपहर 1:50 बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से वे हेलीकॉप्टर के जरिए वसंत कुंज इलाके में स्थित कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना होंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री दोपहर करीब 2:30 बजे राष्ट्र प्रेरणा स्थल का औपचारिक लोकार्पण करेंगे और इसके बाद जनसभा को संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उनकी सरकार देश की महान विभूतियों की विरासत को सम्मान देने और उसे संरक्षित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने लिखा, “कल दोपहर लगभग 2:30 बजे लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जयंती के अवसर पर ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ के उद्घाटन का अवसर मिलेगा। इस स्थल पर अटल जी के साथ-साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की भव्य कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। साथ ही यहां एक आधुनिक संग्रहालय भी बनाया गया है, जहां इन महान नेताओं के राष्ट्र निर्माण में दिए गए अमूल्य योगदान के बारे में जानकारी मिलेगी।”
65 एकड़ में बना भव्य राष्ट्र प्रेरणा स्थल
राष्ट्र प्रेरणा स्थल को करीब 65 एकड़ के विशाल क्षेत्र में विकसित किया गया है। इस परियोजना पर लगभग 230 करोड़ रुपये की लागत आई है। यह पूरा परिसर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन, विचारों और आदर्शों को समर्पित है। परिसर में इन तीनों महान नेताओं की 65 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं, जो उनके राष्ट्र के लिए किए गए योगदान का प्रतीक हैं। इसके साथ ही यहां एक अत्याधुनिक संग्रहालय भी बनाया गया है, जहां डिजिटल और आधुनिक तकनीक के माध्यम से इन नेताओं के विचारों, संघर्षों और उपलब्धियों को दर्शाया गया है।
भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा केंद्र
राष्ट्र प्रेरणा स्थल को एक राष्ट्रीय धरोहर के रूप में देखा जा रहा है। इसका उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों को नेतृत्व, सेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक चेतना की प्रेरणा देना है। यह स्थल न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि युवाओं को देश के महान नेताओं के विचारों से जोड़ने का भी काम करेगा।

