यूपी में पसमांदा मुसलमानों पर राजनीतिक पार्टियों की नजर, BJP और विपक्ष कर रही लुभाने की कोशिश

punjabkesari.in Monday, Nov 21, 2022 - 12:18 PM (IST)

लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह) : देश की सियासत में उत्तर प्रदेश की राजनीति का महत्व सबसे ज्यादा है। बात की जाए अगर यूपी  की तो यहां पर अब अल्पसंख्यक समुदाय का वोट काफी असरदार माना जाता है। 2024 के लोकसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश की मौजूदा सरकार और विपक्ष आमने सामने नजर आ रही हैं, भाजपा यूपी में मुस्लिम वोटरों को रिझाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है पसमांदा समाज  को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अपने भाषणों में चर्चा करते हुए नजर आ रहे हैं, तो दूसरी तरफ विपक्ष भाजपा पर आरोप लगा रही है कि असल मुद्दों से भाजपा भटकाकर हिंदू-मुसलमान, मंदिर मस्जिद, मुद्दों वोटों पर मांगती है और अब प्रदेश में सियासत में कोई मुद्दा नहीं बचा तो आपको मुस्लिम समुदाय की आबादी की ओर बढ़ रही है।

बता दें कि यूपी ऐसा राज्य है जहां पर मुस्लिम समुदाय की आबादी देश के दूसरे राज्यों की तुलना में ज्यादा है। लिहाजा राजनीतिक दल भी यूपी के मुसलमानों का वोट हासिल करने के लिए तमाम सियासी हथकंडे अपनाते हैं। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस पर आरोप लगता है कि इन सियासी दलों ने मुसलमानों का वोट तो लुभावने वादे पर प्राप्त किया लेकिन उनको समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के बजाए सिर्फ सियासत की बीजेपी अल्पसंख्यक समुदाय का भरोसा हासिल करने के लिए तमाम प्रयास करती हुई दिखाई दे रही है जिसके तहत यूपी में पसंदा मुसलमानों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के बाद के साथ मैदान में दिखाई पड़ रही है। जिससे विपक्षी पार्टियां भी चिंतित नजर आ रही है। भाजपा द्वारा किए दिए नारे सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास पर अमल करते हुए यूपी सरकार ने अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा चिकित्सा और सुविधाएं देने का वादा कर रही है। जिसकी कमान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पसमांदा समाज से आने वाले युवा चेहरे मंत्री दानिश आजाद अंसारी को सौंपी गई है. दानिश अंसारी के मुस्लिम समाज में हर तबके और खास तौर पर पसमांदा मुसलमानों में बेहतर पकड़ के चलते अल्पसंख्यक समाज आशा भरी नजरों से बीजेपी की तरफ देख रहा है।

बीजेपी का साथ नही देगा पसमांदा समाज: SP
वहीं समाजवादी पार्टी का कहना कि बीजेपी ने हमेशा से धर्मों को बांटकर सियाशी फायदा हासिल करने की कोशिश की है, पसमांदा मुसलमानों पर BJP मुद्दों से भटकाने के लिए सियासत कर रही है मुस्लिम समाज में कोई भी छोटा या बड़ा नहीं माना जाता लेकिन बीजेपी अगला बना पिछड़े की सियासत करके आप संख्यक समुदाय का वोट हासिल करना चाहती है लेकिन मुस्लिम समाज बीजेपी की सियासत को बखूबी जानती है और 2024 लोकसभा चुनाव या फिर नगर निकाय चुनाव में बीजेपी के साथ नहीं देगी।


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Imran

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