दिल्ली कोचिंग हादसे पर गरमाई सियासत, अखिलेश बोले- क्या कोचिंग सेंटर पर बुलडोजर चलेगा?
punjabkesari.in Monday, Jul 29, 2024 - 01:32 PM (IST)
लखनऊ: दिल्ली के राजेंद्र नगर के एक कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने से तीन विद्यार्थियों (दो छात्रा और एक छात्र) की मौत मामले का मुद्दा संसद में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उठाते हुए सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि UP में अवैध बिल्डिंग बनती है तो बुल्डोजर चलता है... क्या राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर पर बुलडोजर चलेगा? उन्होंने कहा कि कोचिंग को एनओसी देने की जिम्मेदारी तो अधिकारियों की होती है। उन अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हो रही है।
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का भरा पानी
आप को बता दें कि दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही अम्बेडकर नगर जिले की रहने वाली श्रेया समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। घटना के अधिकारियों ने रविवार देर रात राजेंद्र नगर इलाके में अवैध रूप से बेसमेंट में संचालित हो रहे 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज बताया कि डॉ. ओबेरॉय के आदेश पर अधिकारियों ने रविवार देर रात राजेंद्र नगर इलाके में अवैध रूप से बेसमेंट में संचालित हो रहे 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया गया है। सील किए गए को कोचिंग सेंटरों में आईएएस गुरुकुल, चहल अकादमी, प्लूटस अकादमी, साई ट्रेडिंग, आईएएस सेतु, टॉपर की अकादमी, दैनिक संवाद, सिविल्स डेली आईएएस, करियर पावर, 99 नोट्स, विद्या गुरु, गाइडेंस आईएएस, ईजी फॉर आईएएस शामिल हैं।
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की वजह से तीन विद्यार्थियों की मौत
बताया कि सील किए गए कोचिंग सेंटर राजेंद्र नगर के विभिन्न इलाकों में संचालित हो रहे थे। इनमें नियमों का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में कोचिंग संचालित होता पाया गया और मौके पर ही इनकी सीलिंग कर नोटिस चस्पा कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि राजेंद्र नगर इलाक़े में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की वजह से तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई थी। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ घटना की जांच के लिए कई टीम गठित की हैं। पुलिस ने ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल' के मालिक और समन्वयक को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है।
घटना की जांच के लिए टीम गठित
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘पूरी घटना की जांच के लिए कई टीम गठित की गयी हैं। हमने दिल्ली दमकल सेवा से उस इमारत और बेसमेंट के बारे में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है, जिसका उपयोग एक पुस्तकालय के रूप में किया जा रहा था, लेकिन उसे ‘भंडार कक्ष' (स्टोर रूम) बताया गया था।'' एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम को भारी बारिश के कारण बेसमेंट में पानी घुसने से 35 से अधिक लोग फंस गए थे जिनमें छात्र और कोचिंग सेंटर के कर्मचारी भी शामिल थे। पुलिस विभाग के सूत्रों के अनुसार बेसमेंट का गेट बंद था लेकिन अंदर घुसे बारिश के पानी के तेज दबाव के कारण वह क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा, ‘‘हम घटनाक्रम का पता लगाने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद हम उन लोगों की पहचान करेंगे जो घटना के दौरान संस्थान के करीब खड़े थे और फिर उनके बयान दर्ज करेंगे।''
कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता समेत दो गिरफ्तार
अधिकारी ने कहा कि समय पर नाला साफ न होने का कारण जानने के लिए पुलिस नगर निगम के अधिकारियों को बुला सकती है। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) एम. हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘हमने राजेंद्र नगर पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या), 106 (1) (जल्दबाजी या लापरवाही में किए कार्य से किसी व्यक्ति की मौत का कारण बनना, जो आपराधिक मानव वध की श्रेणी में नहीं आता), 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने की सजा), 290 (इमारतों को गिराने, मरम्मत करने या बनाने के संबंध में लापरवाही) और धारा 35 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।'' उन्होंने बताया कि अब तक दो लोगों- कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और समन्वयक देशपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया।