देश विदेश से आए प्रोफेसर ने AI के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर रखें अपने पक्ष, युवाओं को AI के प्रति किया प्रेरित​

punjabkesari.in Friday, Sep 19, 2025 - 06:13 PM (IST)

​प्रयागराज (सैय्यद आकिब रजा): संगम नगरी प्रयागराज के MNNIT कॉलेज में देश विदेश से आए प्रोफेसर और वैज्ञानिकों का अनोखा संगम देखने को मिला। इस दौरान लोगों को समझाया था कि आखिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( AI) और नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क से जुड़े संबंधित तकनीक का प्रभाव किस तरह अपना पैर पसारने लगा है। तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय महासम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा यूनिवर्सिटी के साथ-साथ कई अन्य देशों के प्रोफेसर भी मौजूद रहे। सेमिनार में लोगों को बताया गया कि आखिर आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  लोगों पर हावी होता हुआ नजर आ रहा है।

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इतना ज्यादा फैल रहा है कि लोग अपनी पर्सनल दस्तावेज भी शेयर करते हुए नजर आ रहे हैं। लोगों को समझना होगा की एक तरफ जहां इसके सकारात्मक परिणाम है तो वही दुष्प्रभाव भी देखने को मिलेगा। यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले समय में AI के माध्यम से रोबोट भी इंसानों की तरह बोलते हुए नजर आएंगे और काम करते हुए देखे जाएंगे। तीन दिवसीय इस महासम्मेलन का मकसद लोगों को जागरूक करना और आज के युवाओं को AI के प्रति प्रेरित करना है।

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अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन तीन वक्ताओं ने व्याख्यान दिए। इसकी शुरुआत अनुराग पांडे, कैपेविलिटी हेड, कंप्यूटर विज़न, एचसीएलटेक, नोएडा के मुख्य भाषण से हुई, जिन्होंने “From One-Size-Fits-All to Learning-You: Reinforcement Learning in Hyper-Personalization” विषय पर संबोधित किया। दूसरे मुख्य वक्ता आईआईटी इंदौर के प्रोफ़ेसर राम बिलास पचोरी थे, जिन्होंने “Machine Learning in Signal Processing Framework for Brain Disease Diagnosis” पर एक व्यावहारिक सत्र दिया।

दोपहर के सत्र में मुख्य वक्ता आईआईटी गुवाहाटी के प्रोफेसर सुकुमार नंदी थे, जिन्होंने “Towards Next-Generation Networks: Device-to-Device Communication with AI-Native 6G” विषय पर अपनी बात रखी। मुख्य सत्रों के दौरान एमएनएनआईटी इलाहाबाद के निदेशक एवं महाअध्यक्ष प्रो. एम.एम. गोरे, अधिष्ठाता (एकेडमिक) प्रो. नीरज त्यागी, सीएसईडी के आयोजन अध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रो. मयंक पांडेय और आयोजन सचिव डॉ. दीपक गुप्ता सहित अन्य संकाय सदस्य, लेखक और छात्र उपस्थित थे।

उपरोक्त के अलावा, सम्मेलन में कुल नौ तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनमें मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सॉफ्टवेयर-डिफाइंड स्मार्ट नेटवर्क्स, कॉग्निटिव कंप्यूटिंग और ब्रेन-इंस्पायर्ड सिस्टम्स सहित विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों द्वारा 45 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। दूसरे दिन के अंत में, सम्मेलन सचिव ने सभी मुख्य वक्ताओं और लेखकों को धन्यवाद दिया।


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Content Writer

Ramkesh

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