उत्तर प्रदेश चुनाव : पहले चरण तक 90 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक देने की कवायद तेज
punjabkesari.in Friday, Jan 21, 2022 - 03:31 PM (IST)
लखनऊ, 21 जनवरी (भाषा) कोविड-19 महामारी से आम जनता को सुरक्षित रखने के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के 10 फरवरी को होने वाले पहले चरण के मतदान से पूर्व प्रशासन ने राज्य की 90 फीसदी वयस्क आबादी का पूर्ण टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है।
उत्तर प्रदेश के निर्वाचन अधिकारी भी इस बात को सुनिश्चित कर रहे हैं कि मतदान कार्य में हिस्सा लेने वाले कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को टीके की दोनों खुराक लगी हों तथा सभी कर्मचारियों को अतिरिक्त ‘एहतियाती’ खुराक भी दे दी जाए।
अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘शुक्रवार तक प्रदेश में करीब 97 प्रतिशत वयस्क लोगों को टीके की पहली खुराक मिल चुकी है और हमारा लक्ष्य है कि 25 जनवरी तक 100 प्रतिशत लोगों को टीके की पहली खुराक देने का आंकड़ा पार कर लें।” उन्होंने बताया कि अभी उत्तर प्रदेश में करीब 63 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक मिल चुकी हैं और प्रयास है कि 10 फरवरी को मतदान के पहले चरण से पहले 90 प्रतिशत वयस्कों को कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक मिल जाए।
सहगल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए टीकाकरण की रफ्तार बढ़ा दी गयी है, पहले प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 25 लाख लोगों का टीकाकरण हो रहा था अब यह संख्या बढाकर 30 लाख करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड-19 प्रबंधन पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने ''भाषा'' को बताया, ‘‘राज्य के सात चरणों में मतदान के लिए साढ़े सात लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी मतदान कार्य में हिस्सा लेंगे। निवार्चन आयोग के निर्देश के अनुसार प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को चुनाव की अधिसूचना के बाद निर्देश दे दिए गये थे कि टीके की दोनों खुराक ले चुके कर्मचारियों को ही मतदान ड्यूटी पर भेजा जाए।’’ उन्होंने बताया, ‘‘टीके की दोनों खुराक ले चुके कर्मचारियों को अब चुनाव ड्यूटी से पहले ‘एहतियाती’ खुराक भी दी जा रही है। इसके अलावा मतदान के लिए ड्यूटी पर जाने से पहले सभी कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग से तापमान की जांच भी की जाएगी। यदि किसी भी कर्मचारी की सेहत खराब मिली तो उसको तुरंत ड्यूटी से हटा दिया जाएगा।’’ मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों को मतदान से पहले सैनिटाइज किया जाएगा और मतदान के दौरान कोविड नियमों का पालन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। सात मार्च को आखिरी चरण का मतदान होगा। चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उत्तर प्रदेश के निर्वाचन अधिकारी भी इस बात को सुनिश्चित कर रहे हैं कि मतदान कार्य में हिस्सा लेने वाले कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों को टीके की दोनों खुराक लगी हों तथा सभी कर्मचारियों को अतिरिक्त ‘एहतियाती’ खुराक भी दे दी जाए।
अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘शुक्रवार तक प्रदेश में करीब 97 प्रतिशत वयस्क लोगों को टीके की पहली खुराक मिल चुकी है और हमारा लक्ष्य है कि 25 जनवरी तक 100 प्रतिशत लोगों को टीके की पहली खुराक देने का आंकड़ा पार कर लें।” उन्होंने बताया कि अभी उत्तर प्रदेश में करीब 63 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक मिल चुकी हैं और प्रयास है कि 10 फरवरी को मतदान के पहले चरण से पहले 90 प्रतिशत वयस्कों को कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक मिल जाए।
सहगल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों को देखते हुए टीकाकरण की रफ्तार बढ़ा दी गयी है, पहले प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 25 लाख लोगों का टीकाकरण हो रहा था अब यह संख्या बढाकर 30 लाख करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड-19 प्रबंधन पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने ''भाषा'' को बताया, ‘‘राज्य के सात चरणों में मतदान के लिए साढ़े सात लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी मतदान कार्य में हिस्सा लेंगे। निवार्चन आयोग के निर्देश के अनुसार प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को चुनाव की अधिसूचना के बाद निर्देश दे दिए गये थे कि टीके की दोनों खुराक ले चुके कर्मचारियों को ही मतदान ड्यूटी पर भेजा जाए।’’ उन्होंने बताया, ‘‘टीके की दोनों खुराक ले चुके कर्मचारियों को अब चुनाव ड्यूटी से पहले ‘एहतियाती’ खुराक भी दी जा रही है। इसके अलावा मतदान के लिए ड्यूटी पर जाने से पहले सभी कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग से तापमान की जांच भी की जाएगी। यदि किसी भी कर्मचारी की सेहत खराब मिली तो उसको तुरंत ड्यूटी से हटा दिया जाएगा।’’ मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों को मतदान से पहले सैनिटाइज किया जाएगा और मतदान के दौरान कोविड नियमों का पालन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। सात मार्च को आखिरी चरण का मतदान होगा। चुनाव परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
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