भाजपा हाईकमान के दरबार में फिर हाजिरी लगाएंगे राजभर व दारा सिंह, योगी मंत्रिमंडल में मानक से 9 मंत्री कम
punjabkesari.in Sunday, Nov 26, 2023 - 07:59 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार में देरी से ओबीसी नेता नए सिरे से पेशबंदी की तैयारी में जुट गए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के दरबार में हाजिरी के लिए समय मांगा गया है। तेलंगाना राज्य में प्रचार समाप्त होने के बाद मिलने का समय तय हो सकता है, फिर मंत्रिमंडल विस्तार परिणाम आने के बाद ही संभव होगा।
भाजपा के शीर्ष नेताओं ने बनाई खास रणनीति
जाति गणना की काट को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने दिल्ली में पिछड़ी जातियों के लोगों को अधिक से अधिक सरकार और संगठन में शामिल करने की रणनीति बनाई थी। बाद में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों-उप मुख्यमंत्रियों की बैठक में विस्तार से चर्चा हुई। इसमें पिछड़ी जातियों के नेताओं से सुझाव भी लिए गए। इसी के बाद सपा का दामन छोड़कर भाजपा के सहयोगी बने सुभासपा के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने दावा करना शुरू किया कि उनके समेत सपा छोड़ भाजपा में आए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान भी घोसी से चुनाव हारने के बावजूद योगी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे।
भाजपा के मालिक शाह और नड्डा हैं, उनके निर्देश को कौन टाल सकता है
उन्होंने यहां तक कहा कि भाजपा के मालिक शाह और नड्डा हैं, उनके निर्देश को कौन टाल सकता है। लेकिन तमाम संभावित तिथियां गिनाने के बावजूद दीपावली से पहले मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाया। अब विधानमंडल संत्र शुरू होने से पहले भी विस्तार की गुंजाइश शेष नहीं है। ऐसे में अब नए सिरे से पेशबंदी की तैयारी शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव के नतीजों के अनुसार जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरे शामिल किए जाएंगे तो वहीं कई के विभागों में भी बदलाव हो सकता है। साथ ही भारतीय जनता पार्टी के संगठन में भी फेरबदल की संभावना है।
अभी भी राज्य में मानक से 9 मंत्री कम
राज्य में अभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 52 मंत्री हैं। जबकि कुल विधानसभा सीट का 15 फीसदी मंत्री बन सकते हैं। ऐसे में यह संख्या कुल 60-61 हो सकती है। माना जा रहा है कि सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर और पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान समेत दो अन्य नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है।