राम जन्मभूमिः जिलानी के बयान से भड़के साधू-संत, कहा- उनका मानसिक संतुलन खराब है

punjabkesari.in Friday, May 22, 2020 - 04:19 PM (IST)

अयोध्याः रामजन्मभूमि के परिसर में समतलीकरण की दौरान मंदिर के प्राचीन व पुरावशेष प्राप्त हुए हैं। वहीं इसे लेकर बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक और वरिष्ठ वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि खुदाई में नया नहीं बल्कि ये सब पुरानी बातें है। उनकी इस कथन पर अयोध्या के संतों ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमल गोलक देवी-देवताओं की मूर्तियां, धनुष चक्र और शिवलिंग क्या मस्जिद में होते हैं? जफरयाब जिलानी का मानसिक संतुलन खराब है, उन्हें अच्छे इलाज की आवश्यकता है।

'प्राप्त साक्ष्य सनातन धर्म की पहचान है'
अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष कन्हैया दास ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जफरयाब जिलानी का मानसिक संतुलन खराब है, उन्हें इलाज की जरूरत है। जो साक्ष्य मिल रहा है वह सनातन धर्म की पहचान है। कमल का गोला शिवलिंग खंडित मूर्तियां मिले हुए पत्थरों पर उतरी हुई सनातन धर्म की आकृतियां इस बात की तरफ इशारा कर रही हैं कि यह वही राम जन्म भूमि है, जहां विक्रमादित्य निर्माण कराया था संभव था जहां रामलला विराजमान हैं। ऐसे में जिलानी जिस तरीके का बयान दे रहे हैं वह अनुचित है।

राम जन्म भूमि के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि पूर्व में भी खुदाई हुई थी और खुदाई में मंदिर के साक्ष्य मिले थे, जिसके आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया था। अब दोबारा फिर राम मंदिर से जुड़े हुए ही साक्ष्य मिल रहे हैं और जो सनातन धर्म से जुड़े हैं, जिसमें कमल दल शंख, चक्र और धनुष आकार के आकृतियां साथ ही भगवान की मूर्तियां और शिवलिंग यह सब इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं कि वहां पर मंदिर था। ऐसे में बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक और वरिष्ठ वकील जफरयाब जिलानी के द्वारा दिया गया बयान सर्वथा गलत है।

परिसर में मिले अवशेषों का सम्मान होना चाहिएः जिलानी 
जिलानी के बयान पर मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि वहां जो कुछ भी मिल रहा है, उसका सम्मान होना चाहिए। SC के फैसले के बाद अब इस पर राजनीति बंद कर देनी चाहिए।

 

 


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Author

Moulshree Tripathi

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