भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा सड़क निमार्ण का कार्य, सालों साल से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा भीखारीपुर श्रवण धाम मार्ग...
punjabkesari.in Sunday, Nov 02, 2025 - 12:09 PM (IST)
अम्बेडकरनगर (कार्तिकेय द्विवेदी): उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शहर से लेकर ग्रामीणांचल तक को जोड़ने के लिए चारों तरफ सड़कों का जाल बिछाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। पर जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों की जुगलबंदी इस कदर हावी है कि आज भी सड़कों के विकास का पहिया थम सा गया है।
यहां हम बात कर रहे है जिस सड़क की वह अकबरपुर -सुल्तानपुर नेशनल हाईवे से भिखारीपुर संपर्क मार्ग से श्रवणधाम तक जाती है...जिसकी हालत पिछले कई वर्षों से जर्जर थी....इस खस्ताहाल सड़क के मरम्मत के लिए बीजेपी एमएलसी हरिओम पाण्डेय ने शासन स्तर पर पत्र लिखा और उसके बाद उत्तर प्रदेश मंडी परिषद् को इस सड़क कि मरम्मत के लिए पैसा आवंटित हो गया। उसके बाद मंडी परिषद् ने इस सड़क के मरम्मत कार्य के लिए 85 लाख 18 हजार रूपये टेंडर निकाल दिया। सड़क का निर्माण शुरू हुआ...पौराणिक स्थल श्रवणधाम से होते हुए ईशापुर गांव की सीमा तक यानी कि लगभग 4 किलोमीटर इस सड़क का निर्माण हुआ।
बाद में ईशापुर गांव की सीमा से भिखारीपुर तक सड़क निर्माण को अधूरा ही छोड़ दिया गया...पिछले कई वर्षों से खस्ताहाल सड़क का निर्माण न होने से लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों के राहगीरों को ऊबड़ खाबड़ इस जर्जर सड़क मार्ग से आने जाने को मजबूर है। इसी रास्ते से होकर स्कूली बच्चों के अलावा सरकारी एम्बुलेंस को भी आना जाना होता है...जिसको लेकर यहां के आसपास के ग्रामीणों के अलावा इस मार्ग से होकर आने जाने वाले राहगीर अपनी जान जोखिम में डाल कर सफर करने को मजबूर है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस खस्ताहाल सड़क को लेकर कोई भी जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी कोई सुनने वाला नहीं है। यहां पर आए दिन स्कूली बच्चे और राहगीर चोटिल होते रहते है। खासबात यह है कि इस खस्ताहाल सड़क के शिलान्यास का एक पत्थर भी भिखारीपुर में सड़क के शुरुआती छोर पर लगा है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विभागीय मंत्री के अलावा बीजेपी एमएलसी हरिओम पाण्डेय की गरिमामयी उपस्थिति में 27 अगस्त 2024 को संपन्न हुआ लिखा है, साथ ही भिखारीपुर से श्रवणक्षेत्र की दूरी भी 6 किलोमीटर 200 मीटर अंकित है।
इसी शिलापट्ट को लेकर ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों पर आरोप प्रत्यारोप किया। ग्रामीणों का कहना है कि पत्थर लगा दिया गया, सड़क निर्माण का पत्थर लगाया गया था वहां आज भी सड़को में जगह जगह गढ्ढे ही गढ्ढे है, सड़क पर जगह जगह पानी जमा है, सड़क की गिट्टियां उखड़ गई है। अधिकारी और ठेकेदार मिलकर सब खेल कर रहे है। सड़क आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है।
वही सड़क निर्माण न होने के बावजूद, शिलापट्ट पर बीजेपी एमएलसी हरिओम पाण्डेय का नाम अंकित होने के बारे में पूंछा गया तो उनका कहना है कि शिलापट्ट कब और कैसे लगा ये मुझे नहीं पता है, और मैंने इसकी शिकायत प्रमुख सचिव मंडी परिषद् और डीएम से की है। डीएम ने जांच कराने की बात कही है, इसमें विभागीय जेई और ठेकेदार की संलिप्तता से ऐसा हुआ होगा जांच कराकर रिकवरी के साथ कार्रवाई भी कराई जाएगी।

