अयोध्याः जल्द शुरू होगा छत बनाने का काम,  अक्टूबर तक मंदिर निर्माण पूरा करने का लक्ष्य

punjabkesari.in Tuesday, Mar 21, 2023 - 10:29 PM (IST)

अयोध्या: राम भक्तों के इंतजार की घड़ियां जल्दी समाप्त होने वाली है। खबर यह है कि रामलला को इसी वर्ष मंदिर के गर्भगृह में विराजमान करा दिया जाएगा। भगवान को विराजमान करने की तिथि तय कर ली गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने काशी विश्वनाथ मंदिर का उदाहरण देते हुए 2023 दिसंबर में ही मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कराने का संकेत दे दिया है। उन्होंने कहा कि इतना विशाल नक्काशीदार मंदिर 21 वीं शताब्दी में लोगों के लिए अनोखा है। जो सोचा है शायद वह ईश्वर ने स्वीकार कर लिया है। यह काम समय से पूरा हो जाएगा और हम प्राण प्रतिष्ठा 2023 में ही कर पाएंगे।

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मुख्यमंत्री योगी के अयोध्या दौरे के दौरान तिथि की जानकारी पूछीः चंपत राय
ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे के दौरान तिथि की जानकारी पूछी गई थी। उन्हें भी बता दिया गया है कि एक दो महीने पहले इस कार्य को कर लेंगे। चंपत राय ने कहा कि तिथि की जानकारी देने के बाद कुछ खुराफाती लोग षणयंत्र की तैयारी जरूर कर देंगे इसलिए तारीख बताने की जरूरत क्या है। सूर्य उत्तरायण होने के बाद रामलला के विराजमान कराए जाने के दावे पर इनकार करते हुए कहा कि इस विषय पर भी चर्चा किया गया है। इसके पहले काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का भी उद्घाटन दिसंबर में हुआ है। राम जन्मभूमि मंदिर के भूतल निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। गर्भगृह और उसके चारों तरफ परिक्रमा पथ के दीवारों को खड़ा किया जा चुका है। मंदिर के भूतल पर पांच मंडप बनाये जा रहे हैं। इसके लिए 166 पीलर लगाए गए हैं। सिंहद्वार के साथ मंदिर के तल पर आने के लिए 32 सीढ़ियां बनाई गई हैं। अगले 15 दिन में मंदिर छत को बनाये जाने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। ट्रस्ट ने अक्टूबर तक निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा है, जिसके बाद भगवान को विराजमान कराए जाने की तैयारी भी शुरू कर दी जाएगी।

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रामलला की मूर्ति पर नहीं लगेगा कलर
रामलला की मूर्ति को बनाने की भी तैयारी शुरू हो गई है। कमल दल पर पांच वर्षीय भगवान रामलला तीर-धनुष लिए खड़े मुद्रा में होंगे, लेकिन मूर्ति के लिए उन्हीं पत्थरों का चयन किया जाएगा, जिससे तैयार करने के बाद किसी भी प्रकार के कलर की आवश्यक्ता न हो।

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रामलला मंदिर व कनक भवन से सीधा हो प्रसारण
मंडलायुक्त गौरव दयाल की अध्यक्षता में रामनवमी मेले की तैयारी की आयुक्त सभागार में समीक्षा की गयी। मंडलायुक्त ने कहा कि विशेष रूप से नगर निगम, पीडब्ल्यूडी जल निगम और बिजली विभाग के अधिकारी, अपर जिलाधिकारी नगर एवं पुलिस अधीक्षक नगर तथा अन्य अधिकारियों के साथ तत्काल मेले क्षेत्र का भ्रमण कर स्थिति के आकलन कर लें कि कहां कहां बैरिकेडिंग और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था किया जाना है। मंडलायुक्त ने विशेष रूप से पीडब्लूडी एवं जलनिगम के अधिकारियों को निर्देश दिया कि भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ, रामपथ आदि के मार्गों को श्रद्वालुओं के आगमन को देखते हुये विशेष साफ सफाई व्यवस्था किया जाए। साथ ही अतिरिक्त बसें चलाने और बस स्टैंड आदि की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। रामनवमी का सजीव प्रसारण दूरदर्शन, आकाशवाणी द्वारा रामलला मंदिर एवं कनक भवन से किया जायेगा।

क्या कहते हैं अधिकारी-

आम श्रद्धालु को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, ध्यान दिया जा रहाः पुलिस महानिरीक्षक
पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि आम श्रद्धालु को किसी प्रकार से कोई दिक्कत न हों इसके लिए विभिन्न विभागों के अधिकारी, व मजिस्टेट एवं पुलिस अधिकारी के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें। रामनवमी का मुख्य पर्व 29, 30 मार्च को हो रहा है।

मुख्य स्थान पर जाने वाले मार्गों की बेहतर किया जा रहाः जिलाधिकारी
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि राम जन्मभूमि के स्थान पर या मुख्य स्थान पर जाने वाले मार्गों की बेहतर साफ सफाई व्यवस्था करते हुये आवागमन के लिए बेहतर कर लिया जाए।

सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहाः एसएसपी
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि भीड़ को नियंत्रण करने के लिए और सुरक्षा को ध्यान में रखकर नयाघाट स्नान के बाद नागेश्वर नाथ मंदिर आने से श्रद्वालुओं के भीड़ के आकलन के लिए राम की पैड़ी पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। पूरे मेला क्षेत्र को 6 जोन में बांटा गया है।


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Content Writer

Ajay kumar

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