''राम मंद‍िर मामले में भी रास्‍ता बंद हुआ था, फ‍िर खुलता ही गया'' ज्ञानवापी केस पर बोले RSS के नेता कुमार इंद्रेश

punjabkesari.in Friday, Oct 14, 2022 - 05:54 PM (IST)

लखनऊ: यूपी में वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग के आकार जैसे ढांचे की प्राचीनता का पता करने के लिए इसकी कार्बन डेटिंग या अन्य वैज्ञानिक परीक्षण कराने की मांग संबंधी अर्जी को जिला अदालत ने शुक्रवार को खारिज कर दिया। कोर्ट का फैसला आने के बाद आरएसएस के कुमार इंद्रेश ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राम मंद‍िर मामले में भी रास्‍ता बंद हुआ था, फ‍िर खुलता ही गया।
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दुनिया में कभी रास्ता बंद नहीं होता है- RSS नेता
इंद्रेश कुमार ने वाराणसी जिला अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आगे रास्ता निकाला जाएगा। उन्होंने कहा, “दुनिया में कभी रास्ता बंद नहीं होता है। राम मंदिर के रास्ते कई बार बंद हुए और फिर खुलते चले गए। इसका भी रास्ता आगे निकलेगा।”

हम इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे- हिन्दू पक्ष
वहीं फैसले के बाद हिंदू पक्ष के दूसरे वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, “हम इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। कोर्ट ने ये कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने उस जगह को सील कर रखा है इसलिए हम इसमें कोई भी ऑर्डर पास नहीं कर सकते। मैं अभी तारीख की घोषणा नहीं कर सकता, लेकिन हम जल्द ही इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।”

कार्बन डेटिंग मामले में जिला न्यायाधीश अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने हिंदू पक्ष की इस अर्जी पर दोनों पक्षों की सुनवाई पूरी करने के बाद इसे खारिज कर दिया। न्यायाधीश ने अपने फैसले में कहा कि उच्चतम न्यायालय ने इस प्रकरण पर सुनवाई के दौरान गत 17 मई को वजूखाना क्षेत्र को सुरक्षित बनाए रखने का आदेश दिया था। ऐसी स्थिति में यदि कार्बन डेटिंग और भूमिगत परीक्षण संबंधी ‘ग्राउंड पेनिट्रेटिंग राडार' तकनीकि के प्रयोग से कथित शिवलिंग को यदि कोई क्षति पहुंचती है तो यह उच्चतम न्यायालय के आदेश का उल्लंघन होगा। न्यायाधीश ने यह भी कहा, ‘‘ऐसा होने पर आम जनता की धार्मिक भावनाओं को भी चोट पहुंच सकती है।'' 


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Content Writer

Tamanna Bhardwaj

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