आत्मनिर्भर भारत : UP की शालू जो 47 भाषाओं में करती है बात, खूबियां देखकर हर कोई हैरान

punjabkesari.in Tuesday, Mar 09, 2021 - 06:23 PM (IST)

जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मडिय़ाहूं के रजमलपुर गांव निवासी केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक ने मानवीय रोबोट तैयार किया है। यह रोबोट 9 भारतीय और 38 विदेशी भाषा बोलने में सक्षम यह रोबोट कृत्रिम बुद्धि वाला है। इसके निर्माता ने इसका नाम शालू रखा है। उन्होंने बताया कि इसका निमार्ण बेहद साधारण प्लास्टिक, गत्ता, लकड़ी व एल्युमिनियम की वस्तुओं से किया गया है। वहीं इस रोबोट की खुबियां सुनकर हर कोई हैरान है। शालू के 47 भाषाओं को हर कोई सुनने बात करने के लिए उत्तसाहित है। बता दें कि रोबोट के निर्माता एक ग्रामीण प्रवेश के रहने वाले है। जो कि आई आई टी में एक शिक्षक के रूप में बाम्बे में बर्तमान समय में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि यह रोबोट पूर्ण रूप से स्वदेशी है। यह रोबोट बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में एक भागीदारी के रूप में कार्य करें।

रोबोट का उपयोग :
1) किसी स्कूल की कक्षा में बच्चो को पढ़ाने तथा उनके प्रश्नों के उत्तर देने के लिए एक शिक्षक के रूप में यह कार्य कर सकता है।
2)किसी भी कार्यालय में एक रिसेप्शनिस्ट के रूप में, जैसे बैंक, स्कूल, हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन इत्यादि में उनके प्रश्नों के उत्तर देने के लिए ना सिर्फ मौखिक बल्कि ईमेल तथा सूत्रों के मध्याम से जानाकारी देने में सफल है।
3) घर पर बुजुर्गो के एक साथी के रूप में, जो उनसे बात करने के अलावां घर के बिजली सम्बन्धी उपकरणों को उनके आदेशानुसार संचालित करने में भी उनकी मदद कर सकती है ।

शालू एक प्रेरणा: भारत में अनेकों रोबोटिक्स प्रतिभाएं प्रोत्साहन व सुविधा के आभाव में धरी रह जाती है। यह रोबोट उन प्रतिभावान वैज्ञानिकों के लिए एक प्रेरणा श्रोत का कार्य कर सकती है।  यदि सरकार इस प्रतिभाओं की तरफ ध्यान दे तो रोबोट भारत में घर पर भी बनाए जा सकते है। 


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Content Writer

Ramkesh

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