''शास्त्रों में महाकुंभ के 144 साल बाद का कोई जिक्र नहीं'', UP विधानसभा के बजट सत्र से पहले शिवपाल यादव का बड़ा बयान
punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2025 - 01:48 PM (IST)
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UP Politics News: उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले ही दिन समाजवादी पार्टी (सपा) ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के नेताओं ने महाकुंभ में हुई भगदड़, मिल्कीपुर उपचुनाव में कथित धांधली, पेपर लीक समेत कई मुद्दों पर कड़े तेवर दिखाए हैं। इन मुद्दों पर सपा ने सरकार से जवाब मांगा है।
शिवपाल यादव ने महाकुंभ को लेकर किया तीखा हमला
सपा के वरिष्ठ नेता और विधायक शिवपाल सिंह यादव ने महाकुंभ के आयोजन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में कहीं भी 144 साल बाद महाकुंभ के आयोजन का कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कुछ है तो सरकार इसे बताएं। शिवपाल यादव ने आरोप लगाया कि सरकार ने महाकुंभ के आयोजन के लिए भारी खर्च किया, लेकिन इसका उद्देश्य सिर्फ पीआर (जनसंपर्क) और प्रचार था। उन्होंने सरकार को आलोचना करते हुए कहा कि अव्यवस्थाओं के कारण इस सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
धर्म का दिखावा करने का आरोप
शिवपाल यादव ने आगे कहा कि सरकार सनातन धर्म का दिखावा करके लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का असली उद्देश्य जनता के विश्वास का दोहन करना है और इन लोगों का आस्था से कोई लेना-देना नहीं है।
महाकुंभ में भगदड़ पर उठाए सवाल
शिवपाल यादव ने महाकुंभ में हुई भगदड़ और वहां हुई मौतों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार इस पर मौन है और इस घटना पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शिवपाल ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने की बात कही और सरकार से जवाब मांगा।
राज्यपाल अभिभाषण पर भी किया हमला
शिवपाल यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "यह सरकार का झूठा भाषण था। राज्यपाल महोदया ने यह भाषण ठीक से पढ़ा ही नहीं। समाजवादी पार्टी के सभी विधायकों की यही मांग थी कि इस झूठे भाषण को नहीं पढ़ा जाए।
बीजेपी सांसद ने दिया सपा के आरोपों का जवाब
वहीं, इस मुद्दे पर बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने सपा के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने महाकुंभ पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्ष शायद चाह रहा है कि महाकुंभ में कोई दुर्घटना घट जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसी चीज को थोड़ी देर के लिए रोकती है तो वह व्यवस्था का हिस्सा है। दिनेश शर्मा ने यह भी कहा कि जब विपक्ष सत्ता में था, तो उन्होंने क्या किया था? उस समय केवल 4 से 5 करोड़ श्रद्धालु आए थे, लेकिन कितनी अव्यवस्थाएं थीं। अब अगर कहीं आग लगती है तो 5 से 7 मिनट में उसे बुझा लिया जाता है। संकट का समाधान अब बेहतर तरीके से किया जा रहा है।" उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की घटना दुखद है, लेकिन उसे नियंत्रित किया गया और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार प्रयत्नशील है। इस तरह सपा और बीजेपी के बीच महाकुंभ और सरकार की व्यवस्था पर तीखी बहस जारी है।