स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता : ई-रिक्शा से कुचलकर मासूम की मौत, शव गोद में लेकर गया पिता, एक स्ट्रेचर तक नहीं मिला
punjabkesari.in Saturday, Apr 12, 2025 - 05:50 PM (IST)

लखीमपुर खीरी : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में जिला अस्पताल की दिल तोड़ने वाली संवेदनहीनता सामने आई है। यहां शुक्रवार को ई-रिक्शा से कुचलकर 10 साल का मोहम्मद फरहान गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उसका शव घर ले जाने के लिए अस्पताल की ओर से स्ट्रेचर तक नहीं मिला। मोहल्ला बाजार निवासी मजबूर पिता तनवीर शव गोद में लेकर इमरजेंसी से बाहर आए। वहीं इस मामले को लेकर सीएमएस डॉ. आरके कोली का कहना है कि स्ट्रेचर की कोई कमी नहीं है। कुछ लोग बिना स्ट्रेचर के ही शव लेकर चले जाते हैं।
फरहान के ऊपर पलटा ई-रिक्शा
बता दें कि मोहम्मद फरहान शुक्रवार दोपहर किसी काम से सड़क पर जा रहा था। तभी पीछे से आ रहे सब्जी से भरे ई-रिक्शा ने फरहान को टक्कर मार दी और वह गिर गया। जिसके बाद ई-रिक्शा उसके ऊपर पलट गया। ई-रिक्शा ऊपर पलटने की वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों ने किसी तरह उसे जिला अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने ई-रिक्शा चालक को किया गिरफ्तार
उधर, लोगों ने ई-रिक्शा चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। इंस्पेक्टर विवेक उपाध्याय ने बताया कि ई-रिक्शा चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। बच्चे के परिजनों की तरफ से तहरीर मिल गई है। जिसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
बच्चे का शव गोद में लेकर घूमता रहा पिता
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के दावों के बीच स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता को इस मामले ने उजागर किया है। स्वास्थ्य विभाग मासूम के शव को बाहर लाने के लिए एक स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं करा पाया। बेटे का शव गोद में लिए बेबस पिता का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।